PM मोदी जिम्मेदारी नहीं लेते, बलि का बकरा ढूंढते हैं, हर्षवर्धन के इस्तीफे पर बोले मल्लिकार्जुन खड़गे
राज्यसभा में कोरोना पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीधे पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह खुद जिम्मेदारी नहीं लेते हैं बल्कि बलि का बकरा ढूंढते हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने अपील की थी कि लोग थाली बजाएं, मोमबत्तियां जलाएं। लोगों ने उनकी बात पर भरोसा किया और वही किया। लेकिन उन्होंने अपने वादे को पूरा नहीं किया बल्कि निराश किया। लेकिन अब उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को लेने की बजाय हेल्थ मिनिस्टर को ही बलि का बकरा बना दिया।’
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं देश के कोरोना योद्धाओं को सलाम करता हूं। डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ ने अपनी जिंदगी को खतरे में डालकर लोगों के लिए काम किया। खड़गे ने कहा, ‘मैं उन लोगों को सलाम करता हूं, जिन्होंने दिल्ली में ऑक्सीजन लंगर चलाया या फिर प्लाज्मा डोनेट किया और पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए।’ बीते साल लॉकडाउन के फैसले को लेकर भी खड़गे ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि नोटबंदी की तरह ही सरकार ने रातोंरात ही लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था।
कोरोना काल में चुनावी रैलियों पर भी उठाया सवाल
कांग्रेस लीडर ने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन से पहले कोई तैयारी नहीं की थी। कोई ट्रेनें नहीं थीं कि लोग अपने घरों को चले जाएं। गरीबों की आजीविका पर भी संकट आ गया था। सरकार को इसके लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए। खड़गे ने कोरोना काल में चुनाव कराने को लेकर भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘सरकार ने लोगों से कहा था कि वे मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें। लेकिन खुद क्या कर रहे थे। चुनाव के दौरान अलग-अलग राज्यों में भारी भीड़ में रैलियां की गईं। आपने खुद ही अपने नियमों को तोड़ा था। यदि कोरोना के नियमों का उल्लंघन हुआ तो फिर उसके लिए सरकार ही जिम्मेदार है।’