राज्यसभा सांसद ने किया उपद्रवग्रस्त क्षेत्र का दौरा, पीड़ितों के प्रति जताई सहानुभूति

डूंगरपुर। राज्यसभा सांसद हर्षवर्धन सिंह ने मंगलवार को डूंगरपुर-उदयपुर सीमावर्ती क्षेत्र के उपद्रवग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया। सांसद शाम को खेरवाड़ा पहुंचे, जहां सबसे पहले उन्होंने खेरवाड़ा कस्बे के लोगों से आगजनी, लूटपाट, तोड़फोड़ की घटना को लेकर चर्चा की तथा लोगों से घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद सांसद ने विभिन्न होटलों, दुकानों, मकानों तथा जहां-जहां उपद्रवियों द्वारा लूटपाट, आगजनी व तोड़फोड़ की घटना हुई उस क्षेत्र का जायजा लिया।
सांसद ने श्रीनाथ रेजिडेंसी कॉलोनी के लोगों से भी मुलाकात की, इस दौरान लोगों के चेहरों पर भय साफ नजर आ रहा था। लोगों ने जिला प्रशासन व पुलिस पर जमकर भड़ास निकाली तथा लापरवाही के आरोप लगाए।
सांसद ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आंदोलन लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए, आंदोलन में हिंसा व आगजनी करने से कभी मांगे पूरी नहीं होती है। वागड़ क्षेत्र में रोजगार की मांग करने वाले लोगों ने इस क्षेत्र के ही कई आदिवासी भाइयों को बेरोजगार कर दिया। अभी वर्तमान में कोरोना काल चल रहा है ऐसे में गुजरात, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से पलायन कर आए हुए लोग इन होटलों, पेट्रोल पंप, दुकानों पर नौकरी कर रहे थे लेकिन आगजनी व लूटपाट के बाद यहां केवल तबाही का मंजर है तथा सब कुछ लुट चुका है, ऐसे में इन लोगों का रोजगार भी चला गया है। उन्होंने कहा कि इस आदिवासी क्षेत्र में पहले से ही रोजगार के अवसर कम है ऐसे में इस हाईवे पर कुछ बड़ी होटलें व पेट्रोल पंप थे जिस पर आदिवासी भाई रोजगार करते थे लेकिन इस घटनाक्रम के बाद अब कोई भी व्यापारी यहां अपना व्यापार करने नहीं आएगा।
उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि इस तरह की घटना की पुनरावृति ना हो जिसके लिए जनता को विश्वास दिलाएं एवं कानून व्यवस्था को मजबूत करें।