तेजस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूँ बदल जाएगी सुरक्षा व्यवस्था की तस्वीर
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस(Tejas) में उड़ान भरेंगे। 19 सितम्बर को वे वायु सेना के बेंगलुरु स्थित केंद्र से उड़न भर 20 सितम्बर को मुंबई पहुंचेंगे। तेजस(Tejas) में इस यात्रा के बाद वे 28 सितम्बर को मुंबई में नौसेना की कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
हाल ही में भारतीय वायुसेना में शामिल हुए स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस केंद्रीय रक्षामंत्री(Rajnath Singh) को लेकर उड़ान भरेगा। 19 सितम्बर को केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) तेजस में उड़ान भरेंगे और मुंबई पहुंचेंगे। इस बारे में नौसेना स्टाफ के उपाध्यक्ष वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार ने जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री भारतीय नौसेना के साथ एक दिन के लिए 20 सितंबर को मुंबई में होंगे। बता दें कि तेजस में रक्षा मंत्री की यह उड़ान उस वक्त होने जा रही है जब एचएएल को देश में बनाए जाने वाले 83 एलसीए मार्क 1ए विमान के निर्माण के लिए 45 हजार करोड़ रुपये की परियोजना मिलने वाली है।
INS खांदेरी लॉन्च करेंगे राजनाथ सिंह
इसके बाद रक्षा मंत्री द्वारा कई जहाजों को नौसेना में शामिल करने की योजना बनाई गई है। इसमें वे स्कॉर्पीन सबमरीन INS खांदेरी, पहला P-17A वॉरशिप नीलगिरी और एयरक्राफ्ट कार्टियर ड्राइडॉक समेत नौसेना के तीन परियोजनाओं को लांच करेंगे। ये महत्वपूर्ण लांचिंग समारोह मुंबई में 28 सितंबर को किया जाएगा। गौरतलब है कि INS खांदेरी फ्रांस ऑरिजन की स्कॉर्पियन श्रेणी की दूसरी डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन है। इस सबमरीन का नाम मराठा बलों के द्वीपीय किले के नाम पर दिया गया है। इसकी 17वीं सदी के अंत में समुद्र में मराठा बलों का सर्वोच्च अधिकार सुनिश्चित करने में बड़ी भूमिका थी। यह भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट 75 का हिस्सा है। इस प्रोजेक्ट के तहत मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड फ्रांस के मैसर्स डीसीएनएस के साथ मिलकर छह पनडुब्बियों का निर्माण कर रहा है।
आपको बता दें कि तेजस का निर्माण हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने किया है। तेजस कई तरह की भूमिकाएं निभाने वाला जेट विमान है। वायु सेना में इसके शामिल होने से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की ताकत बढ़ी है। वहीँ नौसेना में इन परियोजनाओं के लांच से भारतीय नौसेना भी सशक्त होगी।