शिल्पकारों को लेकर राजनाथ सिंह ने कही ये बात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के शिल्पकारों और ग्रामीण उद्योग से जुड़े कारीगरों का अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। सिंह ने रविवार को यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 26वें हुनर हाट का उद्घाटन करने के बाद कहा कि ग्रामीण उद्योग का सालाना टर्नओवर 80 हजार करोड़ है जिसे पांच लाख करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि हुनर हाट के माध्यम से देश की जीडीपी को बढ़ाने का मंत्रालय का लक्ष्य प्रसंसनीय है। इसके जरिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की ब्रांडिंग होती है जिससे शिल्पकारों और कारीगरों को उचित कीमत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कला प्रतिभा और क्षमता सिर्फ बड़ी बड़ी अट्टालिकाओं में ही नहीं , बल्कि गांव और गलियों में रहती है। इस मेले में जिस प्रकार के आइटम देखने को मिले हैं , उसे बनाने वाले सचमुच इसके उस्ताद हैं। ये लोग अपनी किस्मत के भी उस्ताद हैं। यहां विभिन्न स्टालों पर लगे समान गांव और मोहल्लों में बने होंगे लेकिन जितना प्रोत्साहन और सम्मान कारीगरों और शिल्पकारों को मिलना चाहिए वह नहीं मिला परंतु हमारी सरकार ने इनको पूरा सम्मान और प्रोत्साहन दिया है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हुनर हाट एक साझा मंच देता है और देश की सांस्कृतिक और समृद्ध विरासत को दिखाता है। यहां कलाओं की अद्भुत प्रदर्शनी है।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए हुनर हाट बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में शिल्पकारों ने आपदा को अवसर में बदल दिया। उन्हें मालूम था कि हुनर हाट लगेगा इसलिए लॉकडाउन में अपनी चीजें तैयार करते रहे।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के तत्वाधान में स्वदेशी दस्तकारों, शिल्पकारों के 26वें ‘हुनर हाट’ का आयोजन ‘वोकल फॉर लोकल’ थीम के साथ 20 फरवरी से 01 मार्च 2021 तक किया जा रहा है।