Rajendra Arleka ने केरल के राज्यपाल के रूप में शपथ ली
Rajendra Arleka ने 2 जनवरी 2025 को तिरुवनंतपुरम के राजभवन में केरल के 23वें राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की। यह समारोह एक गरिमामय वातावरण में आयोजित किया गया
Rajendra Arleka ने 2 जनवरी 2025 को तिरुवनंतपुरम के राजभवन में केरल के 23वें राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की। यह समारोह एक गरिमामय वातावरण में आयोजित किया गया, जिसमें राज्य के कई वरिष्ठ राजनेताओं और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इससे पहले अर्लेकर बिहार के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और अब उन्होंने अरिफ मोहम्मद खान का स्थान लिया है।
शपथ ग्रहण समारोह
मुख्य न्यायाधीश ने दिलाई शपथ
केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नितिन मधुकर जमदार ने राजेंद्र अर्लेकर को शपथ दिलाई। यह समारोह केरल के राजभवन में आयोजित किया गया, जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, अन्य कैबिनेट मंत्री, और गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। शपथ ग्रहण के दौरान औपचारिक माहौल और अनुशासन का माहौल बना रहा।
गार्ड ऑफ ऑनर
शपथ ग्रहण से पहले, Rajendra Arleka ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। इसके अलावा, उनके स्वागत के लिए राज्य प्रशासन और अन्य राजनेताओं ने विशेष तैयारियां की थीं। उनकी आगवानी तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर औपचारिक स्वागत के साथ की गई, जिसमें कांग्रेस नेता शशि थरूर और अन्य प्रमुख हस्तियां मौजूद थीं।
राजेंद्र अर्लेकर का अनुभव और योगदान
बिहार के राज्यपाल के रूप में योगदान
Rajendra Arleka इससे पहले बिहार के राज्यपाल के रूप में सेवा दे चुके हैं, जहां उन्होंने विभिन्न प्रशासनिक और सामाजिक मुद्दों पर महत्वपूर्ण कार्य किए। उनकी कार्यशैली को जनहितकारी और विकासोन्मुखी माना गया है। उन्होंने शिक्षा, पर्यावरण, और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव
Rajendra Arleka भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता हैं और उनकी राजनीतिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं रही हैं। वह गोवा विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और वहां उन्होंने प्रशासनिक सुधारों को प्राथमिकता दी थी।
नए राज्यपाल के प्रति उम्मीदें
जनता और नेताओं की प्रतिक्रियाएं
राजेंद्र अर्लेकर के केरल के राज्यपाल बनने पर विभिन्न राजनीतिक दलों, मीडिया संगठनों, और सामाजिक समूहों ने उन्हें बधाई दी है। कई विश्लेषकों का मानना है कि उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता से केरल को प्रशासनिक मजबूती मिलेगी।
चुनौतियां और प्राथमिकताएं
केरल एक विविधतापूर्ण राज्य है, जहां राजनीतिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक विविधताएं हैं। नए राज्यपाल से उम्मीद है कि वे राज्य के विकास, शांति, और स्थिरता में योगदान देंगे। राज्य के प्रमुख मुद्दों जैसे शिक्षा सुधार, पर्यावरण संरक्षण, और सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों में उनकी सक्रिय भूमिका की अपेक्षा की जा रही है।
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राजेंद्र अर्लेकर का केरल के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। उनका अनुभव और नेतृत्व क्षमता राज्य प्रशासन के लिए एक नई दिशा प्रदान कर सकती है। राज्य के विकास और जनहित के मुद्दों पर उनका योगदान न केवल केरल बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक हो सकता है।