गहलोत गुट के विधायको की बैठक पर अजय माकन की टिप्पणी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, इसके बाद से ही यह चर्चा हो रही है कि गहलोत के अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा और उनकी जगह सचिन पायलट लेंगे.
गहलोत गुट के विधायको की बैठक पर अजय माकन की टिप्पणी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, इसके बाद से ही यह चर्चा हो रही है कि गहलोत के अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा और उनकी जगह सचिन पायलट लेंगे. सोनिया गांधी ने इसके लिए सचिन पायलट और अशोक गहलोत से बात भी की थी. हालांकि, सचिन पायलट को लेकर कोई ऐलान होता, उससे पहले ही राजस्थान में बगावत हो गई और अशोक गहलोत खेमे के करीब 92 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया |
कांग्रेस में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव और भारत जोड़ो यात्रा के बीच राजस्थान में राजनीतिक संकट काफी गरमा गया है. कांग्रेस आलाकमान द्वारा सचिन पायलट को अगला मुख्यमंत्री बनाने की संभावना के बीच अशोक गहलोत के समर्थक 92 विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया. उधर, पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मामले को सुलझाने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को हर एक बागी विधायक से बात करने के निर्देश दिए. हालांकि, विधायकों ने दोनों नेताओं के सामने कुछ शर्तें रखते हुए मिलने से इनकार कर दिया, वहीं कांग्रेस आलाकमान इन शर्तों पर सहमत नहीं दिख रहा. ऐसे में खड़गे और अजय माकन गहलोत से मुलाकात करके दिल्ली लौटेंगे और पूरी रिपोर्ट आलाकमान को सौंपेंगे |
इतना ही नहीं अजय माकन ने कहा कि पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई गई थी. इसके समानांतर में मंत्री धारीवाल के घर पर बैठक की गई. यह प्रथम दृष्टि में अनुशासनहीनता का ही काम है. आगे देखते हैं कि उन पर क्या कार्रवाई होती है, अजय माकन ने कहा, हमने बोला था कि हम सभी विधायकों से एक बार बात करेंगे लेकिन वो अड़े रहे कि हम समूह में आएंगे | कांग्रेस की प्रथा रही है कि ऐसी स्थिति में सबसे अलग अलग बात की जाए | वहीं, विधायकों की मांग थी कि गहलोत के समर्थन में जो 102 विधायक हैं, उन्हीं में से सीएम बनाया जाए और सचिन पायलट को सीएम न बनाया जाए. हमने विधायकों से कहा कि वे उन सभी की चिंताओं को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने रखेंगे,लेकिन विधायक अपनी शर्तों पर अड़े रहे|
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में इस तरह से शर्तों पर बात नहीं होती, हमने साफ कहा था विधायकों को कि हम उनकी बात सोनिया गांधी तक पहुंचाएंगे. इसके बाद वे गहलोत से बात करेंगी और फैसला लिया जाएगा, वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘भारत जोड़ो’ में मनोरंजन कम हुआ जो अब राजस्थान में भी शुरू हो गया है, राज्य में सरकार नाम की कोई चीज़ नहीं है. कांग्रेस सिर्फ सत्ता का सुख भोगना चाहती हैं, जनता की सेवा नहीं करना चाहती. कांग्रेस में न दिशा है न नेता है |