रायपुर : महाविद्यालयों के नैक मूल्यांकन की तैयारियों का कार्य मिशन मोड में पूरा करें : उमेश पटेल
रायपुर, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने सोमवार की देर शाम को उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों, महाविद्यालयों के प्राचार्याें, प्राध्यापकों तथा गैरशिक्षकीय अमले को महाविद्यालयों के नैक मूल्यांकन की तैयारियों का कार्य मिशन मोड में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि उच्च शिक्षा में बेहतर सोच व गुणवत्ता का पैमाना नैक मूल्यांकन है। वर्ष 2022 तक राज्य के सभी महाविद्यालयों की ग्रेडिंग हो जाए, इस लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है।
मंत्री उमेश पटेल के निर्देश के परिपालन में राज्य के महाविद्यालयों में नैक मूल्यांकन तैयारियों को लेकर नियमित रूप से शासकीय महाविद्यालयों की संभाग स्तरीय वर्चुअल बैठक आयोजित हो रही है। इससे तैयारियों में तेजी आई है। नैक मूल्यांकन को लेकर सेमिनार, प्रशिक्षण इत्यादि आयोजित किए जा रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस कार्य की मानीटरिंग के लिए त्रिस्तरीय टीम का संचालनालय, विश्वविद्यालय और जिला स्तर पर गठन किया गया है। वर्तमान में प्रदेश के अर्ह 170 महाविद्यालयों में से 73 महाविद्यालयों ने आई.आई.क्यू.ए. एवं इनमें से 25 महाविद्यालयों ने एस.एस.आर. नैक में जमा कर दिया है, जो कि कोविड महामारी के दौरान एक उपलब्धि है।
शासकीय महाविद्यालयों के नैक मूल्यांकन की तैयारियों का लेकर सरगुजा एवं बिलासपुर संभाग ने बेहतर प्रदर्शन किया है तथा उक्त संभागों की कार्यप्रणाली को प्रदेश के अन्य संभागों में अनुकरण के निर्देश दिये गये हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने फरवरी माह में कुलपतियों, कुलसचिवों एवं लीड प्राचार्यों की बैठक लेकर नैक मूल्यांकन की तैयारियों को तेजी से पूरा कराए जाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने इसके लिए महाविद्यालयों को तत्काल पंजीकरण प्रारंभ करने, विश्वविद्यालयों को इस हेतु रोड मैप तैयार कर अग्रणी भूमिका निभाते हुये हैण्ड होलडिंग का कार्य करने हेतु निर्देशित किया था, जिससे 2022 तक सभी महाविद्यालयों की ग्रेडिंग हो जाए।