दिल्ली-NCR समेत इन शहरों में बारिश संभव, गर्मी से मिलेगी राहत
नई दिल्ली. देश के कई हिस्सों में दक्षिणी पश्चिमी मानसून (Monsoon) की रफ्तार सुस्त पड़ गई है. इसके कारण दिल्ली-एनसीआर समेत कई हिस्सों में तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है. वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि सोमवार को दिल्ली, भिवानी, चरखी-दादरी, भिवाड़ी, झज्जर और उसके आसपास के इलाकों में बारिश (Rain Alert) होने की संभावना है. इस दौरान तेज हवाएं चलेंगी और मौसम ठंडा होगा.
आईएमडी के मुताबिक सोमवार को दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है. इससे कुछ हद तक लोगों को गर्मी से निजात मिलेगी. विभाग ने रविवार और सोमवार को राजस्थान के कोटा, उदयपुर, अजमेर, जयपुर और भरतपुर संभाग के जिलों में मेघगर्जन के साथ कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना जताई है वहीं पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर व जोधपुर संभाग में भी अगले 48 घंटों के दौरान आंधी के साथ बारिश की आंशका बताई है.
उन्होंने कहा कि प्रारूपों में बंगाल की खाड़ी में मौसम तंत्र बनने का संकेत है. करीब तीन दशकों से दक्षिण पश्चिम मानसून पर अनुसंधान कर रहे राजीवन ने ट्वीट किया, ‘मानसून अपडेट: भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के प्रारूप आठ जुलाई से दक्षिण, पश्चिम तटीय और पूर्व मध्य भारत में बारिश संबंधी गतिविधियों की वापसी, वृद्धि का संकेत देते हैं. प्रारूप 12 जुलाई को बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौसम तंत्र बनने और उसके बाद सक्रिय मानसून चरण के शुरुआती संकेत भी दे रहे हैं.’
जून के शुरुआती ढाई हफ्तों में बारिश के अच्छे दौर के बाद 19 जून से दक्षिणपश्चिम मानसून आगे नहीं बढ़ा है. दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पंजाब और पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों में अब तक मानसून नहीं पहुंचा है. जुलाई के लिए अपने पूर्वानुमान में भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि कुल मिलाकर इस महीने देशभर में अच्छी बारिश होगी.
हालांकि उत्तर भारत के कुछ हिस्सों, दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य और सामान्य से कम श्रेणी की बारिश देखने को मिल सकती है. विभाग ने कहा कि मौसम तंत्र के अभाव में सात जुलाई तक मानसून की प्रगति के लिए अनुकूल परिस्थितियां नहीं हैं.आईएमडी ने कहा दक्षिणपश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) फिलहाल अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से गुजर रही है. आईएमडी ने कहा, ‘मौसम की मौजूदा स्थिति, बड़े पैमाने पर वायुंडलीय विशेषताएं और गतिशील मॉडल से हवा के रुख के पैटर्न को देखते हुए दक्षिणपश्चिम मानसून के अगले चार-पांच दिनों में राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब के बचे हुए हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए कोई अनुकूल स्थितियां नहीं हैं.’