पुष्पराज जैन के घर लगातार 50 घंटे से चल रही छापेमारी, जानिए क्या-क्या मिला
पुष्पराज जैन से पूछताछ अभी भी जारी, अधिकारी कर रहे फाईलो की जांच
कन्नौज. यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बुत कम समय बचे। वही यूपी में लगातार छापेमारी का सिलसिला चालू है। कन्नौज के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के बाद सपा एमएलसी पुष्पराज जैन पर गाज गिरी है। पंपी जैन के घर पर आयकर विभाग की छापेमारी के 50 घंटे पूरे हो चुके हैं, लेकिन पूछताछ अभी भी जारी है। आईटी विभाग के अधिकारियों में डिप्टी कमिश्नर लेवल के अधिकारी आज पुष्पराज जैन के घर मे मौजूद हैं। यही डिप्टी कमिश्नर 2 दिन पहले मलिक परफ्यूमर्स के घर और फैक्ट्री में कार्रवाई को देख रहे थे, जिसके बाद आज ये म सुबह से पुष्पराज के घर मे बने हुए हैं।
बता दे कि शनिवार शाम को अधिकारियों की टीम पुष्पराज जैन को मीडिया से बचाते हुए उनकी फैक्ट्री में भी लेकर गई थी, जहां पर भी कई कंपनियों की फाइलों के बारे में उनसे पूछताछ हुई। हालांकि उनके घर से कुल कितनी नकदी मिली है, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है।
पुष्पराज के घर मे दर्जनों दस्तावेजों की बरामदगी हुई
माना जा रहा है कि पुष्पराज के घर मे दर्जनों दस्तावेजों की बरामदगी हुई है, जिसमें से आधे दस्तावेजों की जानकारी और उसकी इनकम छिपाई गई है, जिसका आंकड़ा बढ़ सकता है। यही वजह है कि 50 घंटे से लगातार एमएलसी के घर में इनकम टैक्स अधिकारियों की टीम मौजूद है। इससे यह आशंका बढ़ गई है कि एमएलसी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
पुष्पराज जैन को 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी थे
आपको बता दे कि पुष्पराज जैन को 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी के रूप में चुना गया था। वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-मालिक हैं। हाल के दिनों में यूपी की सियासत में चर्चा बटोर रही समाजवादी इत्र इन्हीं की कंपनी ने बनाई थी। उनके इस बिजनेस की शुरुआत उनके पिता सवैललाल जैन ने 1950 में ने शुरू की थी। पुष्पराज और उनके तीन भाई कन्नौज में व्यवसाय चलाते हैं और एक ही घर में रहते हैं। एमएलसी पुष्पराज का मुंबई में एक घर और एक कार्यालय है, जहां से मुख्य रूप से मध्य पूर्व में लगभग 12 देशों को निर्यात का सौदा होता है। उनके तीन भाइयों में से दो मुंबई ऑफिस में काम करते हैं, जबकि तीसरा उनके साथ कन्नौज में मैन्युफैक्चरिंग सेट-अप पर काम करता है।
गौरतलब हैं कि यूपी में लगातार हो रही छापेमारी को राजनितिक अटकले बताई जा रही है। वही इसको लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला था। उन्होने कहा कि योगी सरकार छापेमारी कर अपने डर को जाहिर कर रही है। भाजपा को पता चल गया है कि 2022 में जनता इनकी सूपड़ा साफ कर देगी। इसी डर से योगी सरकार छापेमारी पर छापेमारी कर रही है।