राहुल बोले- नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया, पूंजीपति मित्रों को पहुंचाया लाभ
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह सोची समझी चाल थी ताकि आम जनता के पैसे से ‘मोदी-मित्र’ पूंजीपतियों का लाखों करोड़ रुपय कर्ज माफ किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 2016 में की गई नोटबंदी लोगों के हित में नहीं थी और इसने अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर डाला है। सरकार के इस कदम ने भारतीय अर्थव्यवस्था को “बर्बाद” कर दिया।
नोटबंदी के विरोध में पार्टी के ऑनलाइन अभियान ‘स्पीक अप अगेंस्ट डिमो डिजास्टर’ के तहत जारी एक वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि सवाल यह है कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था कैसे भारत की अर्थव्यवस्था से ”आगे बढ़” गई, क्योंकि एक समय था जब भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे उच्च प्रदर्शन वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक थी। उन्होंने कहा कि “सरकार कहती है कि इसका कारण कोविड है, लेकिन अगर यह वजह है तो कोविड बांग्लादेश और विश्व में अन्य जगह भी है। कारण कोविड नहीं है, नोटबंदी और जीएसटी कारण हैं।”
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘गलतफहमी में मत रहिए- गलती हुई नहीं, जानबूझकर की गई थी। इस राष्ट्रीय त्रासदी के चार साल पर आप भी अपनी आवाज बुलंद कीजिए।’ उन्होंने कहा कि चार साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक हमला शुरू किया था। उन्होंने किसानों, श्रमिकों और छोटे दुकानदारों को नुकसान पहुंचाया था। मनमोहन सिंह जी ने कहा था कि अर्थव्यवस्था को दो प्रतिशत का नुकसान होगा, और यह हमने देखा था।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नोटबंदी की चौथी वर्षगांठ को “विश्वासघात दिवस” के तौर पर मना रही है। बीते 8 नवंबर 2016 को रात आठ बजे प्रधानमंत्री मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को उसी दिन आधी रात से बंद करने की घोषणा की थी और इनकी जगह 500 और 2000 रुपये के नए नोट लाने का ऐलान किया था।