राहुल ने दादी इंदिरा को किया याद, कहा- उनके नेतृत्व की आज भी मिसाल दी जाती है
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एवं पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की 103वीं जयंती के अवसर पर बृहस्पतिवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी और देश की सुरक्षा एवं विकास के लिए किए गए उनके योगदान को याद किया। सोनिया ने इंदिरा गांधी स्मारक स्थल पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।
एक कार्यकुशल प्रधानमंत्री और शक्ति स्वरूप श्रीमती इंदिरा गांधी जी की जयंती पर श्रद्धांजलि।
पूरा देश उनके प्रभावशाली नेतृत्व की आज भी मिसाल देता है लेकिन मैं उन्हें हमेशा अपनी प्यारी दादी के रूप में याद करता हूँ। उनकी सिखायी हुई बातें मुझे निरंतर प्रेरित करती हैं। pic.twitter.com/9RHDnAClOJ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 19, 2020
राहुल गांधी ने ‘शक्ति स्थल’ जाकर इंदिरा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित किए और कहा कि उनकी दादी की सिखाई हुई बातें उन्हें निरंतर प्रेरित करती हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘एक कार्यकुशल प्रधानमंत्री और शक्ति स्वरूप श्रीमती इंदिरा गांधी जी की जयंती पर श्रद्धांजलि। पूरा देश उनके प्रभावशाली नेतृत्व की आज भी मिसाल देता है लेकिन मैं उन्हें हमेशा अपनी प्यारी दादी के रूप में याद करता हूँ। उनकी सिखायी हुई बातें मुझे निरंतर प्रेरित करती हैं।’
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘इंदिरा गांधी जी सशक्त, समर्थ नेतृत्व और अद्भुत प्रबंधन क्षमता की धनी थीं उनके कार्यकाल में भारत ने विकास के नव आयाम स्थापित किए तथा विश्व पटल पर भारत की छवि को नई पहचान मिली। भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन।’
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए ट्वीट किया, ‘विश्व भर में लौह महिला कहलाई जाने वाली, दृढ निश्चय, साहस व अद्भुत क्षमता वाली, भारत की प्रथम व एक मात्र महिला प्रधानमंत्री, श्रीमती इंदिरा गांधी जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन।’
उन्होंने कहा, ‘अपनी प्रतिभा व राजनीतिक दृढ़ता के लिए विश्व राजनीति के इतिहास में इंदिरा जी का नाम सदैव याद रखा जाएगा।’ पार्टी के कई अन्य नेताओं ने भी इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि दी। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर, 1917 को प्रयागराज में हुआ था। वह जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक देश की प्रधानमंत्री रहीं। इसके बाद 1980 में वह दोबारा देश की प्रधानमंत्री बनीं। 31 अक्टूबर, 1984 को उनकी हत्या कर दी गई थी।