राहुल से किसान की मुलाकात पर सियासी तकरार:
वैष्णोदेवी के रास्ते में हुई भेंट पर भाजपा ने पूछा था- संयोग है या प्रयोग; CM बोले- कोई तारीफ कर रहा है तो रमन सिंह क्यों परेशान हैं
कोटाभर्री में पारंपरिक वैद्यों के सम्मेलन में शामिल हाेने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोटेश्वर स्वयंभू शिवलिंग का पूजन-अर्चन किया।
वैष्णादेवी में एक छत्तीसगढ़ी किसान परिवार की कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात पर सियासी बयानबाजी जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को पूछा था, यह संयोग है या राहुल गांधी को खुश करने का प्रयोग? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को उनके बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा, कोई तारीफ कर रहा है तो रमन सिंह को तकलीफ क्यों हो रही है।
धमतरी के कोटेश्वर धाम रवाना होने से पहले रायपुर पुलिस लाइन हेलिपैड पर प्रेस से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, भाजपा और आरएसएस हमेशा गाय की राजनीति करती है, लेकिन दोनों ने गाय के लिए कुछ किया नहीं। गोबर खरीदी की बात है तो जिस तरह धान के दाम बढ़ने से धान का रकबा बढ़ा है, उसी तरह गोबर के भी दाम मिलने से डेयरी की संख्या बढ़ी है। आंकड़े उठा कर इसे देखा जा सकता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, ऐसा होने से भाजपा के सीने पर सांप क्यों लोट रहा है। रमन सिंह 15 साल तक सीएम रहे, कुछ नहीं कर पाए। अगर कोई व्यक्ति तारीफ कर दे तो उन्हें क्यों परेशानी हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, राहुल गांधी से जम्मू में मिले भागवत वर्मा को तो केवल 85 हजार रुपए ही मिले हैं। कई लोग ऐसे हैं जिनकों गोबर बेचने के एवज में 3 से 4 लाख रुपए मिल चुके। भागवत वर्मा ने तो स्कूटी खरीदने की बात बताई है, कई लोग तो हवाई जहाज में माता से मिलने जा रहे हैं। कोई मकान बनवा रहा है, कोई शौचालय बनवा रहा है। उसी में कई लोग बच्चों के स्कूल-कॉलेज की फीस दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, जब भागवत वर्मा ने दर्शन के लिए पंजीयन कराया था तो उसे पता था क्या कि राहुल गांधी भी उसी दिन माता के दर्शन के लिए पहुंचेंगे।
राहुल के तीन दिन प्रवास का कार्यक्रम भेजा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया, राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आने वाले हैं। तीन दिन के प्रवास का कार्यक्रम बनाकर उनके कार्यालय को भेजा गया है। प्रभारी मंत्री कवासी लखमा को भी बस्तर भेजकर प्रवास के कार्यक्रमों की तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पिछले महीने राहुल गांधी से बैठक के दौरान उन्हें छत्तीसगढ़ आकर विकास कार्यों को देखने का निमंत्रण दिया था।
कोटेश्वर धाम में औषधीय पादप प्रसंस्करण और प्रशिक्षण केंद्र बनेगा
मुख्यमंत्री आज धमतरी के कोटाभर्री यानी कोटेश्वर धाम पहुंचे। यहां पारंपरिक वैद्यों का सम्मेलन था। सम्मेलन में शामिल होने से पहले उन्होंने कोटेश्वर स्वयंभू शिवलिंग का पूजन-अर्चन किया। सम्मेलन में उन्होंने वहां औषधीय पौधों का प्रसंस्करण और प्रशिक्षण के लिए केंद्र खोलने की घोषणा की। कोटेश्वर धाम में सौर ऊर्जा से रोशनी और पेयजल की होगी व्यवस्था करने का वादा किया। वैद्यों के लिए विश्रामगृह, धान खरीदी केंद्र और यज्ञशाला में शेड निर्माण की भी सीएम ने घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कोटेश्वर धाम के 4 हेक्टेयर क्षेत्र में सामुदायिक वन अधिकार देने भी घोषणा की है।