राहुल गांधी का संसद में धुँआधार भाषण, BJP को करा दिया चुप
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत में देश के मौजूदा हालात पर गहरा चिंता जताया। उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार को इन मुद्दों पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
आज संसद भवन में जैसे ही राहुल गांधी ने माइक संभाला, माहौल एकदम संजीदा हो गया। पूरे सदन की निगाहें राहुल गांधी पर थीं, जिन्होंने अपने धुँआधार भाषण से एक बार फिर साबित किया कि वह एक सशक्त नेता हैं।
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत में देश के मौजूदा हालात पर गहरा चिंता जताया। उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार को इन मुद्दों पर तुरंत ध्यान देना चाहिए। उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए कहा कि “देश की जनता सरकार से जवाब चाहती है।”
महंगाई के मुद्दे पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है। रोजमर्रा की चीज़ें इतनी महंगी हो गई हैं कि गरीब और मध्यम वर्ग के लोग अपनी जरूरतें पूरी नहीं कर पा रहे हैं।”
राहुल गांधी ने बेरोजगारी की समस्या को लेकर भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, “युवाओं को रोजगार देने के वादे किए गए थे, लेकिन स्थिति दिन पर दिन बदतर होती जा रही है। युवाओं के सपने टूट रहे हैं और उन्हें भविष्य में कोई उम्मीद नहीं दिख रही।”
किसानों के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा, “किसान देश की रीढ़ हैं, लेकिन उनके साथ जो व्यवहार किया जा रहा है, वह अस्वीकार्य है। सरकार को तुरंत उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी देनी चाहिए।”
राहुल गांधी का भाषण सदन में बैठे सभी सांसदों को सोचने पर मजबूर कर गया। उनके तर्क और तथ्यपूर्ण बातों ने सभी को यह एहसास दिलाया कि देश के मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
जैसे ही उनका भाषण खत्म हुआ, सदन में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। राहुल गांधी ने एक बार फिर साबित किया कि वह जनता की आवाज़ हैं और देश के हित में किसी भी मुद्दे पर बोलने से पीछे नहीं हटेंगे।