Rahul Gandhi का पार्भणी दौरा: भाजपा और शिवसेना नेताओं ने कहा ‘नाटक’
Rahul Gandhi द्वारा 23 दिसंबर 2024 को पार्भणी जिले का दौरा करने की घोषणा के बाद, भाजपा और शिवसेना नेताओं ने उनके इस कदम को ‘नाटक’ और ‘पाखंड’ करार दिया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता Rahul Gandhi द्वारा 23 दिसंबर 2024 को पार्भणी जिले का दौरा करने की घोषणा के बाद, भाजपा और शिवसेना नेताओं ने उनके इस कदम को ‘नाटक’ और ‘पाखंड’ करार दिया। राहुल गांधी का यह दौरा उस हिंसा से प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए है, जिसमें हाल ही में इस क्षेत्र में दो लोगों की मौत हो गई थी। वे शोक संतप्त परिवारों से मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करेंगे।
पार्भणी हिंसा की पृष्ठभूमि
पार्भणी जिले में हाल ही में हुई हिंसा ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया था, जिसमें दो लोग अपनी जान गंवा बैठे थे। हिंसा के कारण राज्य सरकार और प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे थे, खासकर पार्भणी के कुछ हिस्सों में सुरक्षा की स्थिति को लेकर। इस घटना के बाद, राहुल गांधी ने संवेदना व्यक्त करने के लिए पीड़ित परिवारों से मिलने का निर्णय लिया।
भाजपा और शिवसेना का आरोप
Rahul Gandhi के दौरे की घोषणा के बाद, भाजपा और शिवसेना के नेताओं ने इस कदम को राजनीति से प्रेरित बताया। भाजपा नेता ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वे केवल राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह के दौरे कर रहे हैं, और इसका उद्देश्य केवल अपने पार्टी की छवि को सुधारना है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी केवल अपनी पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए इस मौके का इस्तेमाल कर रहे हैं, न कि सच में पीड़ितों की मदद करने के लिए।
शिवसेना के नेताओं ने भी राहुल गांधी के दौरे पर सवाल उठाए और इसे ‘नाटक’ करार दिया। शिवसेना के प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस ने पहले राज्य सरकार पर कोई ध्यान नहीं दिया और अब अचानक संवेदना जताने आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल एक राजनीतिक ड्रामा है, और इससे कोई असल मदद नहीं मिलने वाली।
Rahul Gandhi का जवाब
राहुल गांधी ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल पीड़ित परिवारों से मिलकर उन्हें सांत्वना देना है। उन्होंने आरोपों को नकारते हुए कहा कि वे किसी राजनीतिक लाभ के लिए यह दौरा नहीं कर रहे हैं, बल्कि उनके दिल में उन परिवारों के लिए दर्द है जो इस हिंसा का शिकार हुए हैं। राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह के दुखद अवसरों पर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं करनी चाहिए और उनका पूरा ध्यान शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा होने पर है।
राजनीतिक दलों के आरोप-प्रत्यारोप
Rahul Gandhi का यह दौरा महाराष्ट्र में विपक्षी राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मामला बन गया है। जहां एक ओर भाजपा और शिवसेना ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया, वहीं कांग्रेस इसे सिर्फ एक मानवीय कदम मान रही है। इस राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच, पार्भणी की हिंसा ने राज्य में राजनीतिक बहस को और भी तेज कर दिया है।
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राहुल गांधी का पार्भणी दौरा जहां एक ओर भाजपा और शिवसेना नेताओं के लिए एक विवादास्पद मुद्दा बन चुका है, वहीं कांग्रेस इसे एक मानवीय प्रयास के रूप में देख रही है। इस राजनीतिक नाटक के बीच, पार्भणी की हिंसा पर राजनीतिक बहस और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहेगा।