Rahul Gandhi : ‘हम केवल भाजपा से नहीं, इंडियन स्टेट से भी लड़ रहे हैं’
Rahul Gandhi ने एक बार फिर अपने विवादित बयान से राजनीति में हलचल मचा दी है। राहुल गांधी ने कहा कि "यदि आप यह समझ रहे हैं कि हम भाजपा और आरएसएस जैसे राजनीतिक संगठनों से लड़ रहे हैं तो यह गलत है।
कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने एक बार फिर अपने विवादित बयान से राजनीति में हलचल मचा दी है। राहुल गांधी ने कहा कि “यदि आप यह समझ रहे हैं कि हम भाजपा और आरएसएस जैसे राजनीतिक संगठनों से लड़ रहे हैं तो यह गलत है। इन दोनों ने देश के हर संस्थान पर कब्जा कर लिया है। अब हम भाजपा, आरएसएस और इंडियन स्टेट से भी लड़ रहे हैं।” उनके इस बयान पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसे देश की संस्थाओं का अपमान बताया है।
भाजपा ने दिया कड़ा जवाब
Rahul Gandhi के इस बयान पर भाजपा के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की। पार्टी प्रवक्ता ने इसे गैर-जिम्मेदाराना बयान करार दिया और कहा कि राहुल गांधी बार-बार ऐसी बातें करके देश की संस्थाओं की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस जब सत्ता से बाहर होती है, तो वह देश के लोकतांत्रिक ढांचे और संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाती है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “राहुल गांधी को समझना चाहिए कि भारतीय संस्थान देश के संविधान के तहत काम करते हैं, न कि किसी राजनीतिक दल के इशारे पर। उनका यह बयान देश की जनता का अपमान है।”
Rahul Gandhi ने उठाए लोकतंत्र पर सवाल
Rahul Gandhi ने अपने बयान में कहा कि भाजपा और आरएसएस ने देश के हर बड़े संस्थान, चाहे वह न्यायपालिका हो, चुनाव आयोग हो या मीडिया, सभी पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों को कमजोर करके भाजपा ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित किया है। राहुल गांधी का कहना है कि अब कांग्रेस को केवल राजनीतिक लड़ाई ही नहीं, बल्कि संस्थागत कब्जे के खिलाफ भी लड़ाई लड़नी होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष की भूमिका अब पहले से अधिक चुनौतीपूर्ण हो गई है, क्योंकि भाजपा ने अपने प्रभाव से सरकारी संस्थाओं को पक्षपाती बना दिया है।
क्या है ‘इंडियन स्टेट’ का संदर्भ?
Rahul Gandhi के ‘इंडियन स्टेट’ वाले बयान ने सबसे अधिक विवाद खड़ा किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह सरकार द्वारा संचालित संस्थानों की ओर इशारा कर रहे हैं, जो उनके अनुसार अब भाजपा और आरएसएस के प्रभाव में हैं। उनके इस बयान पर कई राजनीतिक विश्लेषकों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ ने इसे एक नई राजनीतिक रणनीति के तौर पर देखा है, जबकि अन्य ने इसे गैर-जिम्मेदाराना बयान माना है।
कांग्रेस के समर्थन में आए कई नेता
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सही मुद्दा उठाया है और भाजपा की तानाशाही मानसिकता के खिलाफ उनकी यह लड़ाई जारी रहेगी। कांग्रेस प्रवक्ताओं का कहना है कि यह लड़ाई लोकतंत्र और संविधान को बचाने की है, न कि केवल चुनावी राजनीति की।
भाजपा और कांग्रेस में जुबानी जंग तेज
Rahul Gandhi के इस बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों दल एक-दूसरे पर देश की संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगा रहे हैं। भाजपा जहां इसे कांग्रेस की हताशा बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे अपनी विचारधारा की लड़ाई के रूप में पेश कर रही है।
लालू यादव और अशफाक करीम ने दिया RLJP पशुपति कुमार पारस का साथ
Rahul Gandhi के बयान ने एक बार फिर देश की राजनीति में गर्मजोशी ला दी है। उनके ‘इंडियन स्टेट’ वाले बयान ने विवाद को और बढ़ा दिया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच यह टकराव आने वाले समय में और गहराने की संभावना है। विपक्ष का यह आरोप कि भाजपा देश की संस्थाओं पर कब्जा कर रही है, भारतीय राजनीति में एक गंभीर बहस का मुद्दा बन सकता है।