सरकारी कर्मचारियों के DA पर रोक लगाने के बाद राहुल गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना, कहां यह अमानवीय है
कोरोना वायरस के मद्देनजर भारत सरकार ने कई बड़े फैसले किए हैं। भारत में कोरोनावायरस के चलते लॉक डाउन है। इस लॉक डाउन के कारण देश की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। ऐसे में वित्त मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर रोक लगा दी है। इस मामले पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला किया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने इस फैसले को अमानवीय और असंवेदनशील बताया है।
वैसे तो राहुल गांधी केंद्र सरकार के ज्यादातर फैसले से खुश नहीं होते हैं। लेकिन अपनी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में राहुल गांधी ने कहा था कि राजनीति से हटकर इस समय सभी को कोरोनावायरस से जंग के बारे में सोचना चाहिए। लेकिन अब खुद ही राहुल गांधी हैं केंद्र सरकार द्वारा लिए गए केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी पर रोक लगा देने के मामले में ट्वीट किया है। उन्होंने इसे असंवेदनशील बता दिया है।
लाखों करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना और केंद्रीय विस्टा सौंदर्यीकरण परियोजना को निलंबित करने की बजाय कोरोना से जूझ कर जनता की सेवा कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशन भोगियों और देश के जवानों का महंगाई भत्ता(DA)काटना सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय निर्णय है।https://t.co/LTGPf53VsA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 24, 2020
वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ” लाखों करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना और केंद्रीय विस्टा सौंदर्यीकरण परियोजना को निलंबित करने की बजाय कोरोना से जूझ कर जनता की सेवा कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशन भोगियों और देश के जवानों का महंगाई भत्ता(DA)काटना सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय निर्णय है।
राहुल गांधी ने यहां पर केंद्र सरकार को यह सलाह देनी चाहिए की बुलेट ट्रेन परियोजना और केंद्रीय विस्टा सौंदर्य करण परियोजना को निलंबित किया जा सकता था लेकिन सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशन भोगियों और देश के जवानों का महंगाई भत्ता काटना सरकार का संवेदनशील और आम आदमी निर्णय है।