राहुल गांधी को मिला जर्मनी का समर्थन
जर्मनी ने आज राहुल गांधी की सदस्यता निरस्त होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। जर्मनी ने कहा कि राहुल गांधी के मामले में “मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत” लागू होने चाहिए, जिन्हें मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद लोकसभा से अयोग्य घोषित किया गया है।
जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस दौरान कहा, “हमने भारतीय विपक्षी नेता राहुल गांधी के खिलाफ प्रथम दृष्टया के फैसले के साथ-साथ उनके संसदीय जनादेश के निलंबन पर भी ध्यान दिया है। हमारी जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी इस फैसले के खिलाफ अपील करने की स्थिति में हैं।”
उन्होंने कहा, “इसके बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि क्या यह फैसला कायम रहेगा और क्या उनके जनादेश के निलंबन का कोई आधार है।”
प्रवक्ता ने कहा कि जर्मनी उम्मीद करता है कि “न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत” इस मामले में लागू होंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी पर आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने की तारीख से लोकसभा (सांसद) के सदस्य के रूप में पिछले सप्ताह अयोग्य घोषित कर दिया गया था। राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से सांसद थे। सूरत की अदालत ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कर्नाटक में एक चुनावी रैली के दौरान 2019 में की गई उनकी ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी पर मानहानि के मामले में दो साल कैद की सजा सुनाई थी।