Rahul Gandhi ने जाति जनगणना को बताया ‘न्याय’, हाथ में संविधान की किताब के साथ बयान
Rahul गांधी ने बुधवार को एक बार फिर जाति जनगणना का समर्थन किया। उन्होंने यह मुद्दा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) के चुनावी एजेंडे के रूप में पेश किया।
कांग्रेस नेता Rahul गांधी का जाति जनगणना पर जोर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस नेता Rahul गांधी ने बुधवार को एक बार फिर जाति जनगणना का समर्थन किया। उन्होंने यह मुद्दा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) के चुनावी एजेंडे के रूप में पेश किया। गांधी ने कहा कि जाति जनगणना का सबसे पहला उद्देश्य 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को तोड़ना है, और इसके बाद संविधान की रक्षा के लिए अन्य कदम उठाए जाएंगे।
जाति जनगणना पर Rahul गांधी का स्पष्ट बयान
Rahul गांधी ने नागपुर में आयोजित ‘संविधान सम्मान सम्मेलन’ के दौरान जाति जनगणना के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “दिल्ली में जाति जनगणना को लेकर बैठकें हो रही हैं। वे इस पर चर्चा कर रहे हैं कि इसे किया जाए या नहीं, लेकिन मैं आपको बताता हूं कि जाति जनगणना होगी और 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा भी समाप्त होगी। यह हमारा पहला कदम होगा संविधान की रक्षा करने के लिए।” उन्होंने यह भी कहा कि जाति जनगणना सिर्फ एक नाम नहीं है, बल्कि इसका असली मतलब है ‘न्याय’।
जाति जनगणना को लेकर Rahul गांधी का लंबे समय से रुख
Rahul गांधी ने पिछले कुछ महीनों में बार-बार जाति जनगणना के महत्व को रेखांकित किया है। उनका कहना है कि यह कदम समाज में बराबरी लाने और कमजोर वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। कांग्रेस नेता के मुताबिक, यह केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से समाज में न्याय का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा।
50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा समाप्त करने की मांग
Rahul गांधी ने इस मौके पर यह भी कहा कि उनका पहला उद्देश्य यह है कि 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को तोड़ा जाए। वर्तमान में भारत में विभिन्न जातियों और वर्गों के लिए आरक्षण की कुल सीमा 50 प्रतिशत तय की गई है। गांधी के अनुसार, जाति जनगणना इस सीमा को तोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जिससे समाज के और भी वर्गों को न्याय मिल सकेगा।
महाराष्ट्र चुनावों के संदर्भ में बयान
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर, 2024 को होने वाले हैं, और इसके बाद 23 नवंबर को चुनावी नतीजे घोषित होंगे। राहुल गांधी ने इस अवसर पर कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी (MVA) के चुनावी अभियान में जाति जनगणना को एक प्रमुख मुद्दा बनाते हुए इसे कांग्रेस का चुनावी मुद्दा भी बताया।
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राहुल गांधी ने जाति जनगणना को लेकर एक स्पष्ट और निर्णायक बयान दिया, जिसमें उन्होंने इसे न्याय का प्रतीक बताया और इसे संविधान की रक्षा के लिए जरूरी कदम बताया। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जाति जनगणना और आरक्षण की सीमा को लेकर उनकी यह टिप्पणी राजनीतिक गर्मी बढ़ा सकती है, क्योंकि यह मुद्दा राज्य की चुनावी राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।