निधन से पहले रघुवंश प्रसाद सिंह की आखिरी चिट्ठी लालू को, जानिए क्या लिखा था इस चिट्ठी में
बिहार चुनाव बेहद नज़दीक आ गए हैं, चुनावी सरगर्मी भी तेज़ हो गई है। RJD सुप्रीमों अब भी जेल की हवा खा रहे हैं। हालांकि वह अपनी पार्टी के नेताओ से लगातार संपर्क में बने हुए हैं। RJD के संस्थापक सदस्य रहे रघुवंश प्रसाद सिंह के इस्तीफे के बाद सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव ने अस्पताल से ही उन्हीं के अंदाज में एक पत्र लिखा है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पत्र में लिखा है, ‘प्रिय रघुवंश बाबू आपके द्वारा कथित तौर पर लिखी एक चिट्ठी मीडिया में चलाई जा रही है, मुझे तो विश्वास ही नहीं होता।’
अभी मेरे, मेरे परिवार और मेरे साथ मिलकर सिंचित राजद परिवार आपको शीघ्र स्वस्थ होकर अपने बीच देखना चाहता है। चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक मामलों में मिल-बैठकर ही विचार किया है. आप जल्द स्वस्थ हो जाएं, फिर बैठकर बात करेंगे. आप कहीं नहीं जा रहे हैं. समझ लीजिए.
दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्य रहे रघुवंश प्रसाद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली एम्स में इलाज करा रहे रघुवंश प्रसाद ने एक कागज पर महज डेढ़ लाइन में लिखकर अपना इस्तीफा रांची में सजा काट रहे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भेज दिया। इस पत्र में उन्होंने लिखा है की जननायक कपूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षो तक आपके पीछे खड़ा रहा। लेकिन अब नहीं। पार्टी नेता, कार्यकर्ता और आमजन में बड़ा स्नेह दिए। मुझे क्षमा करें। रघुवंश प्रसाद
बता दें की बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रघुवंश प्रसाद जैसे वरिष्ठ नेता का पार्टी से अलग होना RJD के लिए एक बड़ा नुक्सान माना जा रहा है। वहीँ आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है। हालत नाजुक होने पर उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। यहां डॉक्टरों ने रघुवंश प्रसाद को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया है। एम्स की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल रघुवंश प्रसाद के तमाम चेकअप किए जा रहे हैं। हालांकि अभी हालत स्थिर बताई जा रही है। 74 वर्षीय आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद कुछ महीने पहले कोरोना संक्रमित हो गए थे। पटना एम्स में ईलाज के बाद वह स्वस्थ्य होकर घर लौट आए थे, लेकिन उनका शरीर काफी कमजोर हो चुका है। कोरोना से उबरने के बाद भी रघुवंश प्रसाद पूरी तरीके से स्वस्थ्य नहीं हो पा रहे हैं।