सीडीओ राजा गणपति के तबादले पर उठने लगे सवाल
इटावा उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले इटावा जिले में मुख्य विकास अधिकारी राजा गणपति आर के तबादले पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने सवाल खड़ा किया है वहीं आम आदमी पार्टी (आप) भी नाराज नजर आ रही है।
सीडीओ के तबादले में इटावा के राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा आम कर दी है कि उनकी सत्तारूढ़ दल के नेताओं से टयूीनिंग अच्छी नहीं थी और इसी वजह से शासन स्तर पर उनका तबादला राजधानी लखनऊ स्थित स्वास्थ्य निदेशालय में निदेशक पद पर कर दिया गया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष उदय भान सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव से ठीक पहले साफगोई वाले अफसर के तबादले नेें निष्पक्ष चुनाव की मंशा पर सवाल खड़ा किया है । सीडीओ के तबादले ने एक बात साफ कर दी है कि उनका कामकाज ऐसा नहीं रहा है कि चुनाव के ऐन पहले उनका तबादला किया जाता।
सपा जिला अध्यक्ष गोपाल यादव कहते हैं कि पंचायत चुनाव से ठीक पहले ईमानदार अधिकारी का तबादला पंचायत चुनाव की निष्पक्षता के लिए शुभ संकेत नहीं है।
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सीडियो राजा गणपति आर अपनी साफगोई के लिए जाने पहचाने जाते रहे हैं । उन्होंने इटावा में अपने करीब 2 साल के कार्यकाल में विकास की नई नई योजनाएं क्रियान्वित की है । उन्होंने इटावा के सभी ब्लाकों में जांच शुद्ध पीने के पानी के लिए वाटर कूलर लगवाया तो इसके अलावा माॅडल पार्क,जिम का भी निर्माण करवाया है । सीडीओ की इन योजनाओं को इटावा के स्थानीय लोग खासा पसंद करते हैं।
उनकी ओर से इटावा में बनवाए गये माॅडल पार्क को तो उत्तर प्रदेश सरकार ने ही अपनाने का ऐलान किया है कि राज्य के हर जिले के हर ब्लाॅक में माॅडल पार्क को बनवाया जाएगा।
सीडीओ सरकारी काम के प्रति बेहद समर्पित रहे हैं इसी कारण किसी भी सरकारी कामकाज में गड़बड़झाला नहीं होने दिया, इसी कारण पिछले साल अक्टूबर माह में जिले भर के ग्राम पंचायत सचिवों ने मोर्चा खोलते हुए विकास भवन परिसर में बेमियादी धरना भी दिया था। जबाब मे उन्होने स्पष्ट किया था कि वह सिर्फ सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं । वह सरकार की मंशा के अनुरूप विकास योजनाओं को क्रियान्वित कर रहे हैं । सरकार ने उनको गरीबों के हित के लिए चलाई जा रही योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए नियुक्त किया है और वह गरीबों के हित में कोई समझौता नहीं करेंगे।