लालू यादव से मिलने रांची पहुंची समता देवी को किया गया क्वॉरेंटाइन, मंत्री नीरज कुमार यादव भड़के
चुनाव को लेकर राजद सुप्रीमो लालू यादव से मिलने के लिए लोग लगातार रांची जा रहें हैं. इस बीच दलित विधायिका समता देवी भी लालू यादव से मिलने रांची पहुंची लेकिन उनके पहुंचते ही उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया. इसको लेकर बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने यादव ने जमकर हमला बोला. नीरज कुमार ने कहा कि लालू परिवार की लीला अद्भुत है. झारखंड में सत्ता में इनकी हिस्सेदारी है. सत्ता का रसूख देखिए कि इनके परिजन जब रांची जाते हैं, कानून का उल्लंघन करते हैं तो राजनीति के नव सामंत को क्वारंटाइन नहीं किया जाता है. लेकिन इनके दल की दलित विधायिका समता देवी को क्वारंटाइन कर दिया गया.
उन्होंने तेजस्वी यादव से सवाल किया और पूछा की कहा कि कौन सही है और कौन गलत है, उन्होंने तेजप्रताप यादव पर निशाना साधते हुए कहा की सोने का चम्मच लेकर जिसने जन्म लिया है, वो क्वारंटाइन नहीं होगा पर विधायिका दलित है तो क्वारंटाइन होंगी. आखिर ये दोहरा मापदंड क्यों?
जाहिर हैं, कि कोरोना वायरस के मद्देनजर झारखंड प्रशासन ने नए निर्देश जारी किये हैं, कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन किया जाएगा और इसी नियम के तहत समता देवी को क्वारंटाइन किया गया है. वहीं नियम जारी होने के ही दिन बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद अखिलेश सिंह भी लालू प्रसाद मिलने गए थे और शाम को मिलने गई समता देवी को प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन कर दिया गया. कि इस पूरे मामले के बाद सियासत तेज हो गई है.
वही, इस मामले पर राजद के प्रवक्ता मृत्यंजय तिवारी ने नीरज कुमार पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि झारखण्ड में तो नियमों का पालन किया जा रहा है लेकिन बिहार में तो खुलेआम लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. लेकिन इस तरफ लोगों का ध्यान नहीं है. लोग दूसरे राज्य की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करने में मशगुल हैं.
जाहिर हैं. बिहार में चुनाव हैं और इस बीच नेताओ का एक दूसरे पर वार पलटवार करना जारी हैं. खासकर अगर इस बीच कोई लालू यादव से मुलाकात करने के लिए जा रहा हैं, उसपर जमकर बवाल किया जा रहा हैं. हाल ही में अखिलेश सिंह अखिलेश सिंह लालू यादव से मिलने झारखण्ड गए थे, इसको लेकर भी बिहार की राजनीती में कई बातें की गयी.