लखबीर सिंह की हत्या के मामले में पंजाब सरकार ने लिया बड़ा फैसला, SIT करेगी जांच

चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) सरकार ने सिंघु बॉर्डर (Singhu border) पर मारे गए एक दलित श्रमिक की बहन की शिकायत की जांच के लिए बुधवार को विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया. दलित श्रमिक की किसानों के प्रदर्शन स्थल पर पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. पीड़ित की बहन ने आरोप लगाया कि उसके भाई को ‘लालच देक कर’ दिल्ली-हरियाणा सीमा (Delhi-Haryana Border) पर ले जाया गया था. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) की एक निहंग नेता के साथ कथित तस्वीर का हवाला देते हुए पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) ने दलित श्रमिक लखबीर सिंह की हत्या को किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की संभावित साजिश करार दिया.

लखबीर की पिछले हफ्ते निर्ममता से हत्या कर दी गई थी. लखबीर की बहन राज कौर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उनके भाई को कुछ अज्ञात लोगों ने “लुभाया” और सिंघु ले गया जहां 15 अक्टूबर को उसकी हत्या कर दी गई. इस शिकायत के बाद बुधवार को SIT के गठन की घोषणा की गई. उपमुख्यमंत्री ने SIT के गठन के निर्देश दिए.पंजाब के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक इकबाल प्रीत सिंह सहोता ने SIT का गठन किया. एक आदेश के अनुसार, ‘मामले की गहन और त्वरित जांच के लिए, एडीजीपी-सह-निदेशक, जांच ब्यूरो, पंजाब वरिंदर कुमार के नेतृत्व में एक SIT का गठन किया गया है.’ आदेश के अनुसार फिरोजपुर रेंज के उप महानिरीक्षक इंद्रबीर सिंह और तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह विर्क SIT के सदस्य हैं. इस मामले के सिलसिले में हरियाणा पुलिस ने पहले ही दो विशेष जांच दल का गठन किया है.

डिप्टी सीएम रंधावा ने हत्या मामले को बताया षड्यंत्र
मंगलवार को पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने केंद्रीय कृषि मंत्री की एक निहंग ‘नेता’ के साथ कथित तस्वीर का हवाला देते हुए कहा था कि सिंघु बॉर्डर पर एक श्रमिक की नृशंस हत्या किसानों के विरोध प्रदर्शन को बदनाम करने का संभावित षड्यंत्र है. कांग्रेस की राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीर के मद्देनजर आरोप लगाया कि दिल्ली-हरियाणा सीमा के निकट किसानों के विरोध प्रदर्शन स्थल पर पिछले सप्ताह हुई हत्या में केंद्रीय एजेंसियों की संलिप्तता हो सकती है.एक सामूहिक तस्वीर में तोमर और एक व्यक्ति निहंग सिखों की नीली पोशाक पहने दिख रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध दूर करने के मकसद से वार्ता करने के लिए प्रदर्शनकारी किसान नेताओं से अतीत में मुलाकात की थी.

रंधावा ने नहीं लिया किसी का नाम
रंधावा ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि यही निहंग नेता हत्या के मुख्य आरोपी का ‘बचाव कर रहा’ था. निहंग समूह ने पीड़ित पर सिखों के पवित्र ग्रंथ की बेअदबी करने का आरोप लगाया था. रंधावा ने एक बयान में कहा, ‘एक निहंग नेता के भारत सरकार, विशेष रूप से कृषि मंत्री एन एस तोमर के साथ संपर्क में होने की बात हाल में सामने आने के बाद हत्या के इस मामले ने पूरी तरह एक नया मोड़ ले लिया है.’ मंत्री ने कहा था, ‘यह किसान आंदोलन को बदनाम करने की गहरी साजिश नजर आती है.’

पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा की फाइल फोटोपंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा की फाइल फोटो
उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) ने लखबीर सिंह की हत्या को किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की संभावित साजिश करार दिया था.

चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) सरकार ने सिंघु बॉर्डर (Singhu border) पर मारे गए एक दलित श्रमिक की बहन की शिकायत की जांच के लिए बुधवार को विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया. दलित श्रमिक की किसानों के प्रदर्शन स्थल पर पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. पीड़ित की बहन ने आरोप लगाया कि उसके भाई को ‘लालच देक कर’ दिल्ली-हरियाणा सीमा (Delhi-Haryana Border) पर ले जाया गया था. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) की एक निहंग नेता के साथ कथित तस्वीर का हवाला देते हुए पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) ने दलित श्रमिक लखबीर सिंह की हत्या को किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की संभावित साजिश करार दिया.

लखबीर की पिछले हफ्ते निर्ममता से हत्या कर दी गई थी. लखबीर की बहन राज कौर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उनके भाई को कुछ अज्ञात लोगों ने “लुभाया” और सिंघु ले गया जहां 15 अक्टूबर को उसकी हत्या कर दी गई. इस शिकायत के बाद बुधवार को SIT के गठन की घोषणा की गई. उपमुख्यमंत्री ने SIT के गठन के निर्देश दिए.

पंजाब के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक इकबाल प्रीत सिंह सहोता ने SIT का गठन किया. एक आदेश के अनुसार, ‘मामले की गहन और त्वरित जांच के लिए, एडीजीपी-सह-निदेशक, जांच ब्यूरो, पंजाब वरिंदर कुमार के नेतृत्व में एक SIT का गठन किया गया है.’ आदेश के अनुसार फिरोजपुर रेंज के उप महानिरीक्षक इंद्रबीर सिंह और तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह विर्क SIT के सदस्य हैं. इस मामले के सिलसिले में हरियाणा पुलिस ने पहले ही दो विशेष जांच दल का गठन किया है.

डिप्टी सीएम रंधावा ने हत्या मामले को बताया षड्यंत्र
मंगलवार को पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने केंद्रीय कृषि मंत्री की एक निहंग ‘नेता’ के साथ कथित तस्वीर का हवाला देते हुए कहा था कि सिंघु बॉर्डर पर एक श्रमिक की नृशंस हत्या किसानों के विरोध प्रदर्शन को बदनाम करने का संभावित षड्यंत्र है. कांग्रेस की राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीर के मद्देनजर आरोप लगाया कि दिल्ली-हरियाणा सीमा के निकट किसानों के विरोध प्रदर्शन स्थल पर पिछले सप्ताह हुई हत्या में केंद्रीय एजेंसियों की संलिप्तता हो सकती है.

एक सामूहिक तस्वीर में तोमर और एक व्यक्ति निहंग सिखों की नीली पोशाक पहने दिख रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध दूर करने के मकसद से वार्ता करने के लिए प्रदर्शनकारी किसान नेताओं से अतीत में मुलाकात की थी.

रंधावा ने नहीं लिया किसी का नाम
रंधावा ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि यही निहंग नेता हत्या के मुख्य आरोपी का ‘बचाव कर रहा’ था. निहंग समूह ने पीड़ित पर सिखों के पवित्र ग्रंथ की बेअदबी करने का आरोप लगाया था. रंधावा ने एक बयान में कहा, ‘एक निहंग नेता के भारत सरकार, विशेष रूप से कृषि मंत्री एन एस तोमर के साथ संपर्क में होने की बात हाल में सामने आने के बाद हत्या के इस मामले ने पूरी तरह एक नया मोड़ ले लिया है.’ मंत्री ने कहा था, ‘यह किसान आंदोलन को बदनाम करने की गहरी साजिश नजर आती है.’

पंजाब के मंत्री ने कहा था कि तरन तारन जिले के चीमा कलां गांव का रहने वाला दलित लखबीर सिंह बहुत गरीब था. उन्होंने कहा, ‘हमें यह पता लगाने की आवश्यकता है कि कौन उसे लालच देकर सिंघु बॉर्डर लेकर आया और किसने उसकी यात्रा का खर्च वहन किया, क्योंकि उसके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं थे.’ उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन को यह पता लगाने का निर्देश दिया है कि किस परिस्थिति में व्यक्ति को उसके घर से सिंघू सीमा पर लाया गया.

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