पंजाब विधानसभा बजट सत्र में हंगामा, ‘राज्यपाल गो बैक’ के लगे नारे
चंडीगढ़. पंजाब विधानसभा का बजट सेशन हंगामे के बीच सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया. राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर अभिभाषण शुरू होते ही विधानसभा में शिरोमणि अकाली दल ने हंगामा शुरू कर दिया और राज्यपाल के अभिभाषण का पूर जो विरोध किया. शिअद विधायकों ने सदन में ‘राज्यपाल गो बैक’ के नारे लगाए. इस दौरान उन्होंने अभिभाषण की प्रतियां भी फाड़ डाली.
आम आदमी पार्टी के चार विधायक ही सदन में पहुंचे थे जिन्होंने अकाली दल के विधायकों का नारेबाजी में साथ दिया. लोक इंसाफ पार्टी के दोनों विधायक बलविंदर सिंह बैंस और सिमरजीत बैंस ने विधानसभा से वाक वाकआउट कर दिया. हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है.
शोर-शराबे के बीच राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पढ़ना शुरू किया .राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि कोरोना काल में उनकी सरकार ने साकारात्मक भूमिका निभाई है. राज्य में प्रतिदिन अभी भी 26500 टैस्ट करवाए जा रहे हैं.
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पांच लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को सरकार ने उचित प्रबंध कर उन्हें उनके राज्यों में पहुचाया है. उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना को रोकने में सरकार काफी हद तक कामयाब रही है. गौरतलब है कि विपक्षी दल सरकार को घेरने की पूरी रणनीति के साथ विधानसभा पहुंचे थे.
सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी दलों ने आक्राश में आकर सरकार पर हावी होने की पूरी कोशिश की. दीगर है कि सत्र शुरू होने से पहले ही विपक्षी दलों ने विधानसभा में हंगामा करने के संकेत दे दिए थे. शिअद नेता पूर्व मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया ने कहा था कि कि वह कांग्रेस सरकार को यह बताने को दबाव डालेंगे कि उसने पिछले बजट सत्र की घोषणओं को पूरा क्यों नहीं किया.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्यपाल को घेर कर कांग्रेस आम जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. उधर आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि पिछले चुनावों के समय कांग्रेस सरकार ने राज्य के लोगों से वायदे किए थे जिन्हें वह पूरा करने में पूरी तरह से नाकाम रही.