लखनऊ में विभूतिखंड गैंगवार के मददगार के ऊपर 25-25 हजार का ईनाम घोषित
लखनऊ के विभूतिखंड में अजीत सिंह की हत्या में शामिल शूटरों की मदद करने के आरोपी आजमगढ़ के अंकुर व बंधन पर पुलिस ने 25-25 हजार रुपए इनाम घोषित कर दिया है।
विभूतिखंड इंस्पेक्टर की संस्तुति पर डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने इनाम किया है। अंकुर व बंधन की तलाश में पुलिस मध्य प्रदेश से लेकर मुंबई तक छापेमारी कर चुकी पर ए हाथ नहीं लगे।
इनाम घोषित करने के बाद अब पुलिस इनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए कोर्ट में अर्जी देगी। उधर, घटना में शामिल तीन शूटरों का भी पुलिस कुछ पता नहीं लगा सकी है।
बीते 6 जनवरी को अजीत की हत्या में शामिल शूटर गिरधारी ने खुद को नाटकीय तरीके से दिल्ली में गिरफ्तार करा लिया।
वहीं शूटरों की मदद करने के आरोप में प्रिंस और रेहान को भी पुलिस पकड़ चुकी है। बस, इसके अलावा पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है।
गिरधारी को रिमांड पर लेने की कवायद शुरू कर दी गई है। पर, अभी उससे वाराणसी पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस यह पता करने का प्रयास कर रही है कि शूटर गिरधारी के साथ मौके पर तीन अन्य बदमाश कौन थे।
इनको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कभी पुलिस कहती है कि पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 2-2 शूटर थे तो कभी कहा जाता है कि कहीं अैर से भी शूटर आए थे जिन्हें गिरधारी ने मदद के लिए बुलाया था। पर, इस पर ठोस जानकारी कोई नहीं दे पा रहा है।
घटना के बाद सीसी फुटेज से शूटरों को ले जाते हुए लाल डस्टर गाड़ी का पता चला था। इसके बाद ही पुलिस ने पड़ताल आगे बढ़ाई थी तो अंकुर और बंधन का नाम आया था। इनके बारे में सबसे पहले गिरफ्तार हुए प्रिंस ने बताया था।
प्रिंस ने बताया था कि वह लाल गाड़ी से चार लोगों को लेकर आया था। उधर, घटना में घायल मोहर सिंह और घटना के समय कार में मौजूद अजीत की महिला मित्र से भी पुलिस ने फिर पूछताछ की है।