प्रियंका का मास्टर स्ट्रोक:मेनिफेस्टो में महिलाओं को भत्ता, सरकारी नौकरी में आरक्षण देने का होगा ऐलान
23 को बाराबंकी में प्रतिज्ञा यात्रा की रैली होगी
आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में सभी राजनीतिक दलों में उठा-पटक जारी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने के ऐलान से दूसरे दलों में खलबली मच गई है। यूपी में जातिगत गणित पर चुनाव लड़ने वाली पार्टियों के लिए यह ऐलान भारी पड़ सकता है।
महिलाओं को टिकट देने के ऐलान के तीसरे दिन यानी गुरुवार को 12वीं और स्नातक पास छात्राओं को स्मार्टफोन और स्कूटी सरकार बनने पर देने का वादा प्रियंका ने कर दिया। अब इस ऐलान के बाद प्रियंका ने यूपी के हर घर में सीधे एंट्री कर ली है।
खास बात यह है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणापत्र में महिलाओं को लेकर ऐसे ही कई ऐतिहासिक फैसले लिए जा सकते हैं। जिसमें महिलाओं को भत्ता देने, सरकारी नौकरी में आरक्षण, रोजगार करने के लिए आर्थिक लोन जैसे फैसले शामिल होंगे। शुरुआत 23 अक्टूबर को बाराबंकी के जैदपुर में हरख इंटर कॉलेज में प्रतिज्ञा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर होगी।
मेनिफेस्टो में महिलाओं पर फोकस
यूपी के 2022 चुनाव को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद को मेनिफेस्टो तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। महिलाओं पर फोकस करते हुए प्रियंका प्रदेश के जिलों में घर-घर को साधने की कोशिश में हैं। बता दें, महिलाओं को गैस सिलेंडर खरीदने में हो रही दिक्कतों को दूर करने के लिए केरोसिन तेल फिर से सरकारी केंद्रों से बांटने पर मंथन किया जा रहा है।
राहुल के बाद प्रियंका गांधी को मिली जिम्मेदारी
2017 में यूपी विधानसभा का चुनाव कांग्रेस ने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में लड़ा था। जिसमें कांग्रेस मात्र 7 सीटों पर सिमट गई थी। इसके बाद यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने की जिम्मेदारी प्रियंका को दी गई। इसके चलते करीब दो साल से यूपी में प्रियंका लगातार सक्रिय हैं।
उन्होंने प्रदेश में महिला उत्पीड़न की दर्जनों घटनाओं में सड़क पर उतर कर संघर्ष किया और अब 45 प्रतिशत महिला मतदाता के दिलों में अपना भरोसा कायम करने की कोशिश की। इसी क्रम में अब वह आधी आबादी के जरिए 2022 के चुनाव को साधने में लगी हैं।
योगी सरकार ने भी अनुपूरक बजट में लैपटॉप बांटने का किया था ऐलान
योगी सरकार 3 हजार करोड़ की निधि से 1 करोड़ युवाओं को स्मार्ट फोन और लैपटॉप देने की योजना लेकर आई। फिलहाल अभी तक इसकी शुरुआत नहीं हो सकी। इसी साल अगस्त में योगी सरकार ने ऐलान किया कि 12वीं पास करके कॉलेजों में एडमिशन लेंने वाले सभी छात्र-छात्राएं इस योजना का लाभ उठा पाएंगे।
अखिलेश ने इसी रास्ते बनाई थी 2012 में सरकार
साल 2012 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने 10वीं और 12वीं पास के छात्र-छात्राओं को लैपटॉप और टैबलेट बांटने का वादा किया था। इसके बाद यूपी में उनकी पार्टी को शानदार जीत मिली। हालांकि, साल 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था और सत्ता से बाहर हो गई थी।
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