Priyanka Gandhi का संसद में संबोधन: “यह देश बायें से नहीं, साहस से चलेगा”
Priyanka गांधी ने अपने भाषण में जनता की समस्याओं को उजागर किया और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने मध्यम वर्ग, महंगाई,
संसद में अपने भाषण के दौरान Priyanka गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा,
“मैं पिछले 15 दिनों से संसद आ रही हूं, लेकिन प्रधानमंत्री को सिर्फ एक दिन और वह भी 10-15 मिनट के लिए देखा है।”
Priyanka ने इस बात पर जोर दिया कि संसद में प्रधानमंत्री की मौजूदगी जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी और जवाबदेही का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े जनप्रतिनिधि को संसद में उपस्थित होकर जनता के सवालों का सामना करना चाहिए।
मध्यम वर्ग की समस्याओं पर चर्चा
प्रियंका ने अपने भाषण में मध्यम वर्ग की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा,
“आज का मध्यम वर्ग महंगाई, बेरोजगारी और करों के बोझ से दबा हुआ है। सरकार की नीतियां इनकी समस्याओं को हल करने के बजाय और बढ़ा रही हैं।”
प्रियंका ने सुझाव दिया कि सरकार को मध्यम वर्ग के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, जो देश की आर्थिक संरचना में रीढ़ की हड्डी का काम करता है।
“यह देश बायें से नहीं, साहस से चलेगा”
देश की दिशा और नेतृत्व पर टिप्पणी करते हुए प्रियंका ने कहा,“यह देश बायें या दायें से नहीं, बल्कि साहस और दूरदृष्टि से चलेगा। हमें अपनी जनता की भलाई के लिए साहसी और सटीक नीतियां बनानी होंगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि देश की प्रगति के लिए सभी वर्गों और विचारधाराओं को साथ लेकर चलना होगा।
“यह देश बायें या दायें से नहीं, बल्कि साहस और दूरदृष्टि से चलेगा। हमें अपनी जनता की भलाई के लिए साहसी और सटीक नीतियां बनानी होंगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि देश की प्रगति के लिए सभी वर्गों और विचारधाराओं को साथ लेकर चलना होगा।
महंगाई और बेरोजगारी पर हमला
Priyanka ने महंगाई और बेरोजगारी को लेकर सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि देश की जनता महंगाई से त्रस्त है और युवाओं के पास रोजगार के अवसर नहीं हैं।
“मध्यम वर्ग हो या गरीब वर्ग, सबकी समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है। क्या यही अच्छे दिनों का वादा था?”
विपक्ष की भूमिका को मजबूत किया
Priyanka ने विपक्ष की भूमिका पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम सरकार को जनता की समस्याओं के प्रति जागरूक करना है और इसे मजबूती से किया जाएगा।
लोकतंत्र की रक्षा का आह्वान
प्रियंका ने लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए सभी दलों को एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा,
“यह देश संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर चलता है। हमें इसे बचाने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।”
Priyanka Gandhi का संसद में हमला: “भारत का संविधान संघ का विधान नहीं है”
“यह देश संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर चलता है। हमें इसे बचाने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।”Priyanka गांधी ने अपने भाषण में जनता की समस्याओं को उजागर किया और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने मध्यम वर्ग, महंगाई, और प्रधानमंत्री की जवाबदेही जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। उनके संबोधन ने विपक्ष को एक सशक्त आवाज दी और जनता की समस्याओं को संसद के पटल पर रखने का काम किया।