प्रियंका गांधी ने आशा बहनों से की मुलाकात, बोलीं- सरकार बनी तो हर महीने मिलेगा…
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने का ऐलान करने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने एक और बड़ी घोषणा की है. राजधानी लखनऊ (Lucknow) के दौरे पर पहुंची प्रियंका गांधी ने अपने आवास पर शाहजहांपुर में पुलिस पिटाई का शिकार हुईं आशा बहनों से मुलाकात कर उनके दुख-दर्द को सुना. बल्कि इस दौरान पीड़ित आशा बहनों को हर संभव कानूनी मदद का आश्वासन देते हुए UP में कांग्रेस की सरकार बनने पर आशा बहनों एवं आंगनबाड़ी कर्मियों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह का मानदेय भी दिए जाने का ऐलान किया.
दरअसल, आशा बहनों को 2018 से अपना बकाया नहीं मिला है. जिसकी मांग को लेकर वे दो दिन पहले शाहजहांपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने जा रही थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोककर उनकी बुरी तरह से पिटाई कर दी. जिससे किसी का हाथ टूट गया, तो कोई गंभीर रूप से घायल हो गई. क्योंकि आशा बहनों की पिटाई में सिर्फ महिला ही नहीं पुरुष पुलिसकर्मी भी शामिल थे. इतना ही नहीं, इस दौरान दोषी पुलिसकर्मियों पर तो कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन उल्टा आशा बहनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में FIR दर्ज करा दी गई है. जिसके चलते प्रियंका गांधी ने आशा बहनों के साथ सहानुभूति जताते हुए उनके हक की लड़ाई में हर कदम पर साथ देने के साथ कानूनी लड़ाई में भी पूरी मदद किये जाने का भरोसा दिया है.
इससे पहले एक और Video tweet करते हुए उन्होंने लिखा, ”यूपी सरकार द्वारा आशा बहनों पर किया गया एक-एक वार उनके द्वारा किए गए कार्यों का अपमान है. मेरी आशा बहनों ने कोरोना में और अन्य मौकों पर पूरी लगन से अपनी सेवाएं दीं. मानदेय उनका हक है. उनकी बात सुनना सरकार का कर्तव्य. आशा बहनें सम्मान की हकदार हैं और मैं इस लड़ाई में उनके साथ हूं. बता दें कि शाहजहांपुर में सीएम से मिलने जा रहीं आशा वर्कर्स को पुलिस ने रोका था और आरोप भी था कि उनके साथ मारपीट की गई.