Priyanka Gandhi : “महिलाओं के बिना सरकार नहीं बन सकती, आज की नारी क्यों 10 साल इंतजार करें?”

Priyanka गांधी वाड्रा ने संसद में अपने पहले भाषण में महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया और कहा कि बिना महिलाओं के कोई भी सरकार नहीं बन सकती।

Priyanka गांधी वाड्रा ने संसद में अपने पहले भाषण में महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया और कहा कि बिना महिलाओं के कोई भी सरकार नहीं बन सकती। उन्होंने आज की महिलाओं की ताकत और उनकी भूमिका को स्वीकारते हुए एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया। प्रियंका ने कहा,

“महिलाओं के बिना इस देश में कोई भी सरकार नहीं बन सकती। आज की नारी क्यों 10 साल इंतजार करें जब उसे अपने अधिकारों का इस्तेमाल करने का पूरा हक है?”

महिलाओं की भूमिका पर जोर

Priyanka गांधी ने संसद में महिलाओं की भूमिका को लेकर एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा,

  • “आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी जगह बना रही हैं, फिर भी उनके अधिकारों और सुरक्षा के मुद्दों पर कोई गंभीर चर्चा नहीं हो रही है।”
  • “यह समय है कि हम महिलाओं को उनके हक दें, ताकि वे अपनी ताकत का पूरी तरह से इस्तेमाल कर सकें।”

प्रियंका ने महिलाओं को अपनी शक्ति पहचानने और उसे सही दिशा में इस्तेमाल करने की अपील की। उनका मानना है कि महिलाओं के बिना देश की प्रगति संभव नहीं है।

महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण

Priyanka गांधी ने संसद में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा,

  • “आज भी महिलाओं को अपनी सुरक्षा को लेकर डर बना रहता है। क्या यह सही है कि एक महिला को सिर्फ इसलिए 10 साल इंतजार करना पड़े कि उसे अपने अधिकारों के बारे में समझाया जाए?”
  • “हमारा लक्ष्य यह होना चाहिए कि महिलाएं समाज में समान अधिकारों के साथ आगे बढ़ें और उन्हें किसी प्रकार का भेदभाव या असुरक्षा का सामना न करना पड़े।”

आधुनिक नारी की भूमिका

Priyanka गांधी ने आधुनिक नारी के बदलाव की ओर इशारा किया और कहा कि आज की नारी अपने अधिकारों को लेकर जागरूक और सशक्त हो चुकी है।

  • “आज की नारी को कोई भी सीमा नहीं रोक सकती। वह हर क्षेत्र में अपना स्थान बना रही है, चाहे वह राजनीति हो, व्यवसाय हो या खेल।”
  • “महिलाओं को उनका हक देने के लिए समाज और सरकार को एक साथ काम करना होगा।”

सत्ता पक्ष पर कड़ा हमला

Priyanka गांधी ने अपने भाषण में सत्ता पक्ष पर भी कड़ा हमला किया और कहा कि सरकार को महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने सवाल किया,

  • “क्या सरकार महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सशक्त भविष्य देने में सक्षम है?”
  • “महिलाओं के बिना किसी भी नीति या विकास कार्यक्रम का कोई मतलब नहीं है।”

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Priyanka गांधी का यह पहला भाषण महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए एक मजबूत संदेश था। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं की भागीदारी के बिना कोई भी सरकार या समाज प्रगति नहीं कर सकता। उनका यह बयान समाज में महिलाओं की बढ़ती ताकत और उनकी भूमिका को स्वीकारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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