कृषि कानून वापस लेने पर प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर बोला हमला
लखीमपुर में पीएम मोदी की चुप्पी पर उठाया प्रश्न
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को एक बड़ी सौगात दी है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को देश के नाम संबोधन में एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने लम्बे वक्त से चल रहे किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है। एक तरफ पीएम मोदी के इस बड़े फैसले से किसानों के बीच खुशी का माहौल छा गया है, तो दूसरी तरफ विपक्ष इस फैसले को राजनीतिक रंग दे रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के कृषि कानून वापस लेने पर हमला बोला है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्रियों ने किसानों को क्या-क्या नहीं कहा? ‘आंदोलनजीवी’, गुंडे, आतंकवादी, देशद्रोही – इन सबको किसने बुलाया? जब यह सब कहा जा रहा था, तो पीएम चुप क्यों थे?’ प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी द्वारा दिए गए बयान पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने खुद ‘आंदोलनजीवी’ शब्द का इस्तेमाल किया है। प्रियंका गांधी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट कर पीएम मोदी के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के बाद 600 से अधिक किसानों की शहादत हो गई और 350 से अधिक दिनों तक जब किसान संघर्ष कर रहे थे, तब पीएम मोदी को कोई परवाह नहीं थी। साथ ही प्रियंका गांधी ने लखीमपुर में पीएम मोदी की चुप्पी पर भी प्रश्न उठाया।
जब चुनाव में हार दिखने लगी तो
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी कृषि कानून वापस लेने के बाद से लगतार पीएम मोदी पर निशाना साध रही हैं। उन्होंने कहा कि कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों पर लाठियां बरसायीं गई, उन्हें गिरफ़्तार किया गया और अब जब चुनाव में हार दिखने लगी, तो मोदी जी को अचानक इस देश की सच्चाई समझ में आने लगी है। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘यह देश किसानों ने बनाया है, यह देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती।’ उन्होंने सरकार का दोहरा चरित्र बताते हुए कहा, ‘आपकी नीयत और आपके बदलते हुए रुख पर विश्वास करना मुश्किल है। किसान की सदैव जय होगी। जय जवान, जय किसान, जय भारत