रेप के आरोपी बिहार के सांसद प्रिंस को जमानत:कोर्ट ने कहा
उनके भागने या अपराध दोहराने के आसार कम हैं, क्योंकि वे सांसद हैं; दोबारा चुने जाने का मौका खतरे में नहीं डालेंगे
प्रिंस राज, सांसद। (फाइल फोटो)
समस्तीपुर से LJP सांसद प्रिंस राज को शनिवार को बड़ी रहत मिली। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से उन्हें दुष्कर्म के आरोप में अग्रिम जमानत मिल गई है। प्रिंस राज ने सांसद होने का हवाला देते हुए गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग करते हुए जमानत याचिका लगाई थी।
कोर्ट ने जमानत देते हुए कहा- ‘आवेदक/अभियुक्त के न्याय से भागने की संभावना भी काफी दूर है, क्योंकि आवेदक/अभियुक्त लोकसभा सदस्य हैं और समाज में उनकी गहरी जड़ें हैं। आवेदक/अभियुक्त द्वारा समान या किसी अन्य अपराध को दोहराने की भी बहुत कम संभावना है, क्योंकि वह लोकसभा का एक मौजूदा सदस्य है और वह सम्मान या कोई अन्य अपराध करके फिर से चुने जाने के अपने अवसर को खतरे में नहीं डालेगा।’
वहीं, प्रिंस राज के वकील विकास पाहवा ने कहा- ‘महिला और उसका एक पुरुष मित्र फंसा रहा है। याचिका परेशान करने और झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर जबरन वसूली के बाद आवेदक के खिलाफ शिकायतकर्ता के प्रतिशोध को निपटाने के लिए दायर की गई थी।’ सांसद प्रिंस राज ने कहा है- ‘मैं निर्दोष हूं।’
क्या है मामला
दरअसल, यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब LJP की एक कार्यकर्ता ने प्रिंस पर जबरदस्ती करने और दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। इस मामले में पीड़िता ने फरवरी 2021 में दिल्ली में ही केस दर्ज कराया था। इसके बाद इसमें सांसद प्रिंस राज का नाम जुड़ने से यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया था। इतना ही नहीं महिला ने बताया था- ‘इस मसले पर चिराग पासवान से भी मिल चुकी हूं।’ चिराग का नाम सामने आने के बाद उन्होंने भी इस मामले में अपना पक्ष रखा था।
चिराग ने कहा था- ‘प्रिंस और महिला दोनों को ही FIR करने की सलाह दी थी। इसके बाद प्रिंस राज ने महिला पर धोखाधड़ी और एक करोड़ रुपए ठगने और नाम खराब करने जैसे मामले को लेकर केस दर्ज कराया था।’ इस मामले में महिला को जुलाई 2021 में जमानत मिल गई।
जज ने खुद को अलग किया था
जमानत की सुनवाई के बाद फैसले से पहले राउज एवेन्यू कोर्ट के जज एमके नागपाल ने खुद को इस केस से अलग कर लिया था। इस कारण गुरुवार को उन्हें जमानत नहीं मिल सकी थी। जानकारी के मुताबिक, सुनवाई के दौरान गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने प्रिंस राज की अग्रिम जमानत याचिका का विरोध किया था। दिल्ली पुलिस ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था- “इनको हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है।’ पुलिस ने विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल के समक्ष कहा था- “शिकायतकर्ता के दावे के मुताबिक, प्रिंस राज से कथित आपत्तिजनक वीडियो क्लिप को बरामद किया जाना है।’