थमा कोरोना का कहर : विश्वविद्यालय और कॉलेजों को मार्च से खोलने की तैयारी
देश में कोरोना (Coronavirus) अब कंट्रोल में आता दिख रहा है। ऐसे में सरकार आर्थिक गतिविधियों को सुचारू रूप से खोलने के साथ पिछले साल मार्च महीने से बंद यूनिवर्सिटी और कॉलेजों (University College Reopen) को अब खोलने की तैयारी में है। सरकारी की योजना है कि 10 मार्च से कॉलेजों को खोल दिया जाए। हालांकि रिसर्च वर्क और परीक्षाओं के लिए इन्हें कोविड गाइडलाइन्स का पालन करते हुए फरवरी में भी खोला जा सकता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इसके लिए योजना बनानी शुरू कर दी है। वहीं राज्यों से भी सुझाव मांगे गए हैं।
कई राज्यों में 10वीं और 12वीं के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं। ऐसे में अब यूनिवर्सिटी के छात्र भी कॉलेज खोलने की मांग करने लगे हैं। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्याल और दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों का कहना है कि जब स्कूल खुल सकते हैं तो कॉलेज भी खुलने चाहिए। ऑनलाइन पढ़ाई में रिमोट एरिया में रहने वाले छात्रों का नुकसान हो रहा है।
दिल्ली में फरवरी से कॉलेज खुलेंगे
कोरोना के नए मामले में कमी आने के बाद दिल्ली में अब 5 फरवरी से नवी और ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए सभी स्कूल खोल दिए जाएंगे। साथ ही कॉलेज, पॉलिटेक्निक व आईटीआई संस्थानों को भी खोलने की अनुमति दी गई है। लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल के दिशा निर्देशों का पालन सख्ती से करना होगा।
वहीं छात्र अभिभावकों की अनुमति के बाद ही कक्षा में आ सकेंगे। शारीरिक उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। शर्तें वही रहेंगी जिनकी घोषणा 18 जनवरी को दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोलते समय की गई थी।
प्रैक्टिकल और परीक्षाओं की तैयारी के लिए खुल रहे स्कूल
सिसोदिया ने अधिकारियों को कोरोना से सभी स्टूडेंट की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा पूरे परिसर में सफाई के बेहतर इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को डिजिटल प्रेसवार्ता में सिसोदिया ने कहा कि 10 महीने तक स्कूल कॉलेज बंद होने के बाद अब प्रैक्टिकल और परीक्षाओं की तैयारी के लिए इन्हें खोला जा रहा है। इसलिए स्कूल और कॉलेजों को दोबारा खोलने संबंधी पूरी व्यवस्था करना आवश्यक है।