Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ की तैयारी, रेलवे ने निरस्त की 29 ट्रेनें
Mahakumbh 2025 के दौरान मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम नगरी प्रयागराज में स्नान करने की संभावना है। यह सबसे बड़ा स्नान पर्व माना जाता है,
Mahakumbh 2025 के दौरान मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम नगरी प्रयागराज में स्नान करने की संभावना है। यह सबसे बड़ा स्नान पर्व माना जाता है, जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालु शामिल होते हैं। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं।
रेलवे ने 29 लंबी दूरी की ट्रेनें की निरस्त
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने लंबी दूरी की 29 ट्रेनों को मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी स्नान पर्व तक के लिए निरस्त कर दिया है। रेलवे का यह कदम स्थानीय यातायात को सुगम बनाने और रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है।
भीड़ प्रबंधन के लिए रेलवे का कदम
रेलवे ने यह सुनिश्चित किया है कि ट्रैक और प्लेटफॉर्म अधिकतर स्थानीय ट्रेनों के लिए खाली रहें, ताकि भारी भीड़ के बावजूद श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। लंबी दूरी की ट्रेनों को निरस्त करके रेलवे स्थानीय स्तर पर आवागमन को प्राथमिकता देने की कोशिश कर रहा है।
रेलवे स्टेशन पर विशेष प्रबंधन
प्रयागराज जंक्शन और आसपास के रेलवे स्टेशनों पर विशेष प्रबंधन किया गया है। प्लेटफॉर्मों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी वेटिंग एरिया और मेडिकल सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं।
वसंत पंचमी स्नान पर्व तक प्रभाव
रेलवे द्वारा निरस्त की गई ट्रेनें मौनी अमावस्या से लेकर वसंत पंचमी तक चलनी थीं। यह दोनों पर्व Mahakumbh के मुख्य आकर्षणों में से हैं, और इन दिनों प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। रेलवे का यह कदम यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष ट्रेनें
रेलवे ने हालांकि, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनें भी चलाई हैं। ये ट्रेनें आसपास के क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हैं और इन्हें इस तरह से शेड्यूल किया गया है कि भीड़ का प्रबंधन आसान हो सके।
प्रशासन की विशेष तैयारियां
Mahakumbh में भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशासन ने बड़े पैमाने पर इंतजाम किए हैं। यातायात व्यवस्था, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया गया है। साथ ही, घाटों पर सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
श्रद्धालुओं के लिए अपील
रेलवे और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा से पहले अपने टिकट और यात्रा योजना की पुष्टि कर लें। साथ ही, रेलवे द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और भीड़भाड़ से बचने के लिए स्थानीय ट्रेनों का उपयोग करें।
Mahakumbh की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता
Mahakumbh भारत का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो हर 12 साल में आयोजित होता है। मौनी अमावस्या के दिन संगम में स्नान का विशेष महत्व है, जिसे पवित्र और मोक्ष प्राप्ति का माध्यम माना जाता है।
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मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं की संभावना को देखते हुए रेलवे और प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए ये कदम महाकुंभ के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।