चक्काजाम की आड़ में बड़ी हिंसा की तैयारी! अजीत डोभाल ने संभाली कमान

6 फरवरी को एक बार फिर दिल्ली में बड़ी हिंसा की तैयारी का बड़ा प्लान है। यही नहीं, इसकी आड़ में देश में कई जगहों पर उपद्रव की भी आशंका जताई गई है। देश भर में चक्काजाम से पहले मिले इंटेलिजेंस इनपुट ने सुरक्षा एजेंसियों को सकते में डाल दिया है। इनपुट के बाद देश के गृहमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव के साथ बैठक की। सूत्रों के मुताबिक 6 फरवरी को देश में होने वाले चक्का जाम और राजधानी की सुरक्षा के मद्देनजर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को अब कमान सौंपी गई।

कैपिटल हिल की तरह शर्मसार करने का प्लान

जांच में पता चला है कि अब तक साइबर सेल को जो इनपुट मिले हैं, उनके तहत गणतंत्र दिवस के दिन लालकिले और राजपथ पर हिंसा का प्लान था। प्लान था कि अमेरिका में ‘कैपिटल हिल’ घटना जैसी पुनरावृति भारत में भी हो, जिससे देश शर्मसार हो। जिसमें काफी हद तक आंदोलनकारी सफल रहे हैं।

बताया जाता है कि उपद्रवी आईटीओ के जरिए राजपथ ही जाना चाहते थे, लेकिन आईटीओ पर पुलिस की भारी मौजूदगी ने इस प्लान को फेल कर दिया। साइबर सेल के तहत मौजूदा समय में अब तक दिल्ली पुलिस 2712 सोशल साइट सहित कई ट्विटर हैंडलर की जांच कर चुकी है,जिसमें पता चला है कि सोशल मीडिया के जरिए इस हिंसा को भड़काना था और फिर दिल्ली के बाद अन्य राज्यों में दंगे कराने थे।

अब क्या है प्लान

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियोंं ने बताया कि जो इनपुट मिले हैं, उनके तहत किसान शांतिपूर्ण तरीके से तीन घंटे के लिए चक्का जाम करेंगे, लेकिन दूसरी तरफ उपद्रवी हिंसा फैलाएंगे और बदनाम किसान आंदोलन के लोग होंगे। इसी आड़ में सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार कर लोगों की भावनाओं को भड़काया जाएगा। जिसके बाद देश में बड़े पैमाने पर हिंसा होगी। इस इनपुट के सुरक्षा एजेंसियों ने एहतियातन कई कदम उठाए हैं, जिसके तहत सोशल मीडिया की निगरानी के साथ- साथ 6 फरवरी को इंटरनेट सेवाएं बाधित रह सकती हैं।

उपद्रवियों से कड़ाई से निपटने के आदेश 

बताया जाता है कि पुलिस ने सुरक्षा के मददेनजर जहां बॉर्डरों पर किलेबंदी की है, वहीं लुटियन जोन को 6 फरवरी को सील किया जाएगा। इसके अलावा कई रूटों को बंद कर बेरीकेडिंग की गई है। दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में बताया कि सभी किसान संगठनों को एक बार फिर से एडवाइजरी दी गई है जिसके बाद किसान नेताओं का कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा इस बारे में विस्तार से गाइडलाइंस जारी करेगा, जो शुक्रवार तक तय होंगी। पुलिस तर्क है कि किसान संगठनों की गाइडलाइंस के बाद ही आगे की रणनीति पर काम किया जाएगा।
 

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