क्या कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद फर्टिलिटी प्रभावित होती है? क्या इससे प्रेग्नेंसी का प्लान बिगड़ सकता है?
भारत में कोविड-19 वैक्सीन की 57 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी है। इनमें 30.13 करोड़ डोज पुरुषों ने ली है और 26.89 करोड़ डोज महिलाओं ने। वैक्सीनेशन में पुरुषों के मुकाबले महिलाएं पिछड़ रही हैं। इसी वजह से पिछले हफ्ते राष्ट्रीय महिला आयोग ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर जेंडर गैप घटाने के निर्देश दिए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को वैक्सीनेट किया जा सके।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारत में ही महिलाएं वैक्सीन लगवाने में हिचक रही हैं। ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न इंस्टीट्यूट की एक स्टडी कहती है कि 18 से 44 साल की महिलाओं में वैक्सीन को लेकर हिचक सबसे ज्यादा है। इन महिलाओं को डर है कि वैक्सीन की वजह से प्रेग्नेंट होने की संभावनाओं पर असर पड़ सकता है। पिछले हफ्ते BBC की एक रिपोर्ट में भी दावा किया गया कि कोविड-19 वैक्सीन से फर्टिलिटी, मिसकैरेज से जुड़ी लेकर गुमराह करने वाली जानकारियां इंटरनेट पर सर्कुलेट हो रही हैं। ये भी महिलाओं को प्रभावित कर रही हैं।
सवाल ये है कि प्रेग्नेंसी प्लान कर रही महिलाओं को वैक्सीन लगवानी चाहिए या नहीं? क्या वैक्सीन से फर्टिलिटी प्रभावित होगी? क्या गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगवानी चाहिए? इन सवालों के जवाब लेने के लिए हमने अहमदाबाद की डॉ. अंकिता दुबे (नारायणा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में कंसल्टेंट ऑब्स्टेट्रिशियन गायनेकॉलॉजिस्ट और लेप्रोस्कोपिक सर्जन) और जयपुर के डॉ. सी.पी. दाधीच (डायरेक्टर, ऑब्स्टेट्रिक्स, गायनेकॉलॉजी और IVF, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉसिप्टल) से बात की।
क्या वैक्सीन महिलाओं के पीरियड्स और फर्टिलिटी को प्रभावित कर रही है?
पिछले कुछ महीनों में वैक्सीनेशन के डेटा से पता चला है कि वैक्सीन लगवाने के बाद पीरियड्स में देरी भी एक साइड इफेक्ट है। इंटरनेट पर इसे लेकर चर्चा हो रही है। इन रिपोर्ट्स पर क्लिनिकल रिसर्च भी शुरू हो गई हैं। शुरुआती डेटा बताता है कि पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग कम/ज्यादा होना, पीरियड्स का देर से आना बड़ी संख्या में महिलाओं की समस्याएं हैं।भले ही इस बात का कोई साइंटिफिक सबूत नहीं है कि वैक्सीन से पीरियड्स प्रभावित हो रहे हैं, महिलाएं इसे फर्टिलिटी से जोड़कर देख रही हैं। इस वजह से 18 से 35 साल की उम्र में महिलाओं के बीच वैक्सीनेशन का प्रतिशत कम है।
क्या वैक्सीन लगवाने से प्रेग्नेंट होने की संभावनाएं प्रभावित होंगी?
नहीं। इस बात के कोई सबूत नहीं है कि कोविड-19 वैक्सीन की वजह से प्रेग्नेंट होने की संभावनाओं पर असर पड़ सकता है। इसका कोई बायोलॉजिकल कारण भी सामने नहीं आया है। वास्तविक दुनिया में जो स्टडी हुई है, उसमें इसके विपरीत परिणाम सामने आए हैं।फाइजर ने एक स्टडी कराई थी। इसमें वैक्सीनेटेड और वैक्सीन नहीं लगवाने वाली महिलाओं को अलग-अलग ग्रुप में रखा था। दोनों ही ग्रुप्स में प्रेग्नेंट होने की दर बराबर ही रही है। रिसर्चर्स पीरियड्स में आने वाले शॉर्ट-टर्म बदलावों पर स्टडी कर रहे हैं, पर इसके कोई संकेत नहीं है कि वैक्सीन डोज की वजह से फर्टिलिटी को किसी तरह का खतरा है।
क्या किसी रेगुलेटर ने इस संबंध में कोई अलर्ट जारी किया है?
नहीं। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के साथ ही ऑब्स्टेट्रिशियन ग्रुप्स ने भी प्रेग्नेंट महिलाओं को वैक्सीन लगाने की इजाजत दी है। भारत में भी सरकार ने पिछले महीने ही प्रेग्नेंट महिलाओं को वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल किया है।रिसर्च बताती है कि प्रेग्नेंट महिलाएं अगर कोविड-19 से इन्फेक्ट होती हैं तो उन्हें ICU में भर्ती करने का रिस्क ज्यादा रहता है। उनकी तबीयत बिगड़ने और मौत होने का खतरा भी ज्यादा है। इसी वजह से उन्हें कोविड-19 वैक्सीन लगवाने की सलाह दी गई है।CDC ने वैक्सीन लगवाने वाली हजारों प्रेग्नेंट महिलाओं का डेटा जुटाया और पाया कि महामारी से पहले जो स्थिति थी, वह लौट रही है। इस दौरान कोविड-19 इन्फेक्शन की वजह से प्रीमैच्योर बर्थ और स्टिल बर्थ जैसी समस्याएं देखने को मिल रही थीं।डॉ. दुबे कहती हैं कि वैक्सीनेशन से आपके प्रेग्नेंट होने की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ता है। शुरुआती रिसर्च स्टडी ने जरूर डराया था, पर अब कई स्टडीज ने इसके विपरीत नतीजे दिए हैं। वैक्सीनेशन और प्रेग्नेंट होने में कोई संबंध स्थापित नहीं हुआ है।
क्या प्रेग्नेंसी के दौरान वैक्सीन लगवाना सेफ है?
हां। भारत सरकार ने भी नई गाइडलाइन में कहा है कि प्रेग्नेंसी के दौरान वैक्सीनेशन सुरक्षित है। सभी लोगों को कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीनेट किया जाना जरूरी है। इससे पहले फेडरेशन ऑफ ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकॉलॉजी ने भी प्रेग्नेंसी के दौरान और बच्चों को दूध पिला रही महिलाओं के लिए वैक्सीनेशन को सेफ बताया है।डॉ. दाधीच कहते हैं कि कोविड-19 वैक्सीन का फर्टिलिटी से कोई लेना-देना नहीं है। यह एक मिथक है। इस दावे को साबित करने का कोई सबूत मौजूद नहीं है। शुरुआती वैक्सीन ट्रायल्स में प्रेग्नेंट महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था, पर अब रिसर्च के बाद उन्हें भी वैक्सीन लगाने की सलाह दी गई है।कोविड-19 वैक्सीनेशन इन्फेक्शन और गंभीर लक्षण होने का खतरा कम करता है। यह मां और उनके शिशुओं को इन्फेक्शन से बचाता है। ऐसे में जरूरी है कि सभी महिलाएं वैक्सीन लगवाएं। जो भी उपलब्ध हो, वह वैक्सीन जरूर लगवाएं। फिर चाहे आप बच्चे को प्लान कर रही हों या प्रेग्नेंट हो गई हों।