कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद गर्भवती महिला की हुई मौत, केरल के अस्पताल का दावा
तिरुवनंतपुरम. केरल के एक अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत के बाद विवाद खड़ा हो गया. जिस अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा था उसने दावा किया है कि कोविड रोधी वैक्सीन के चलते गर्भवती को दिक्कत हुई. बता दें देश के भीतर यह अपने आप में पहला मामला है जहां गर्भवती की मौत का जिम्मेदार कोविड रोधी वैक्सीन को ठहाराया जा रहा है. मामला राज्य स्थित कोट्टायम जिले कहा है जहां स्वास्थ्य विभाग फाइनल अटॉप्सी रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगस्त में महिमा मैथ्यू ने 6 अगस्त कोविड रोधी टीके की पहली डोज ली थी. वैक्सीनेशन के पहले ही उन्हें गर्भवती होने की जानकारी हो गई थी.
वैक्सीन लगने के 5 दिन बाद यानी 11 अगस्त को उन्हें गंभीर सिर दर्द हुआ और वह अगले चार दिन तक उसी अस्पताल में भर्ती रहीं. 16 अगस्त को अस्पताल ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. 20 अगस्त को अस्पताल ने बताया कि महिमा का निधन हो गया है. रिपोर्ट में के अनुसार मौत की वजहों में अस्पताल ने लिखा है कि सेरेब्रल वेनर थ्रॉम्बोसिस और टीके के चलते थ्रोम्बोसाइटोपेनिया बताया. हालांकि अभी भी फाइनल अटॉप्सी रिपोर्ट का इंतजार है.
कोट्टाम के CMO ने क्या कहा?
हालांकि, कोट्टायम के जिला चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ जैकब वर्गीस ने कहा, ‘हमें समझ नहीं आ रहा है कि अस्पताल ने किन परिस्थितियों में मौत को कोविड के टीके से जोड़ा है. वैक्सीन लगवाने के एक हफ्ते बाद उन्हें सिरदर्द हुआ. हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. इसके अलावा डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम द्वारा मौत का ऑडिट किया जाएगा. हम तभी किसी फैसले पर पहुंच सकते हैं.
स्वास्थ्य मंत्री रंजीत के को अपनी शिकायत में महिला के पति ने जांच की मांग की है. पति ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि- ‘स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं के लिए कोविड -19 टीकाकरण को मंजूरी दे दी है. अस्पताल ने मुझे बताया कि टीकाकरण के दुष्परिणामों के कारण मेरी पत्नी की हालत खराब हो गई है. मैं अस्पताल में किए गए इलाज से खुश नहीं हूं.’