इस केंद्रीय मंत्री ने ये क्या कह दिया? अर्थव्यवस्था की बदहाली की जिम्मेदारी जीएसटी और नोटबन्दी!
भारतीय अर्थव्यवस्था(Indian Economy) में गिरावट और महंगाई दर बढ़ने पर जहाँ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साफ़ मना कर रही हैं, वहीँ सरकार के केंद्रीय मंत्री इसके पीछे सरकार की ही नीतियों को दोषी ठहरा रहे हैं। केंद्र सरकार में केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री प्रतापचंद्र सारंगी(Pratapchandra Sarangi) ने जीएसटी(GST) और नोटबंदी(Demonetization) को मंदी की वजह बताया है। इसके साथ ही उन्होंने कई मुद्दों पर बात की।
मध्यप्रदेश(Madhya Pradesh) के सीहोर जिले के इछावर में केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री प्रतापचंद्र सारंगी ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी की वजह से मंदी आई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थिति में बदलाव होगा। सारंगी ने कहा कि किसी भी कंपनी और उद्योग के कर्मचारियों का रोजगार नहीं छीना जाएगा। सुबह होने से पहले रात घनी होती है। मंदी से उद्योग धंधों पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। इससे ऊबरने के लिए केंद्र सरकार कोशिशें कर रही हैं। इस दौरान उन्होंने गाय और राम राजनीति पर टिप्पणी की। वहीँ गाय के बारे में उन्होंने कहा कि गाय को किसी भी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि गाय और राम राजनीति का नहीं बल्कि राष्ट्रीय गौरव का मुद्दा है। मध्यप्रदेश सरकार ने एक हजार गौशालाएं बनाने का संकल्प किया है और ये अच्छी बात है। हम इस काम में सरकार की मदद करेंगे।
राजनीति का नहीं बल्कि राष्ट्रीय गौरव गाय-राम
गौरतलब है कि प्रतापचन्द्र सारंगी से पहले मध्यप्रदेश सरकार के पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव(Lakhan Singh Yadav) ने कहा था कि भाजपा ने 15 साल प्रदेश में शासन किया। लेकिन गाय और राम के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा सरकार ने गायों के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने सारंगी से कहा कि आप इसे अन्यथा न लें क्योंकि आप अलग तरह के नेता हैं। आपकी सादगी हम जैसे नेताओं के लिए मिसाल है। इसके बाद केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री प्रतापचंद्र सारंगी ने लाखन सिंह को राम और गाय के नाम पर राजनीति न करने की हिदायत दी। उन्होंने धार्मिक मुद्दों को राजनीति का नहीं बल्कि राष्ट्रीय गौरव से जोड़कर बताया।