1 करोड़ के इनामी नक्सली ‘बूढ़ा’ ने उगले राज:भीमा कोरेगांव हिंसा में शामिल था,
ओडिशा से छत्तीसगढ़ तक नक्सली जंगल में बना रहे थे रास्ता
एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस ऊर्फ बूढ़ा ने पुलिसिया पूछताछ में कई राज उगले हैं। रांची में 5 राज्य की पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, उसने स्वीकार किया है कि भीमा कोरेगांव हिंसा में वह शामिल था। साथ ही PM नरेंद्र मोदी की हत्या करवाने की साजिश भी रची थी। बोस और उसकी पत्नी शीला से झारखंड, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, तेलंगाना के अलावा NIA की टीम पूछताछ कर रही है।
पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा यह भी हुआ है कि पोलित ब्यूरो और सेंट्रल कमेटी सारंडा (झारखंड) से ओडिशा होते हुए दंडकारण्य (छत्तीसगढ़) तक जंगल में रास्ता बना रही थी। यह रास्ता नक्सलियों के आवागमन के लिए था। इसमें कुछ पुराने रास्ते भी थे, जिनको फिर से तैयार किया जा रहा था। पहले नक्सली गणपति इसी रास्ते से सारंडा आया था, लेकिन ओडिशा में संगठन कमजोर होने से यह रूट बंद हो गया था। पूछताछ में उसने कहा है कि वह कभी सरेंडर नहीं करना चाहता था।
प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला 150 घंटे की पुलिस रिमांड पर है। 5 राज्यों की पुलिस उससे पूछताछ कर रहीं है।
संगठन को नहीं मिल रहे हैं कैडर
सूत्रों के अनुसार, प्रशांत बोस ने बताया है कि झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके में संगठन में कैडर की कमी हुई है। काफी प्रयास के बाद भी संगठन के लिए कैडर नहीं मिल रहे हैं। उसने पूछताछ में झारखंड के विभिन्न नक्सली घटनाओं और उसके निर्देश पर नक्सलियों की ओर से घटना को अंजाम देने की बात को स्वीकार किया है।
अब मिसिर बेसरा को मिलेगी कमान
पूछताछ में उसने 1 करोड़ इनामी तीन अन्य नक्सली मिसीर बेसरा, असीम मंडल और अनल दा के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी है। प्रशांत बोस ने पुलिस को बताया है कि उसकी जगह पर मिसिर बेसरा को संगठन में कमान सौंपी जा सकती है। अब झारखंड की कमान वही संभालेगा। बेसरा को पोलित ब्यूरो में पहले ही प्रमोशन दिया जा चुका है।
मिसिर पर भी घोषित है एक करोड़ का इनाम।
NIA अब अलग से केस दायर करने की तैयारी में
PM पर हमले की साजिश रचने के मामले में NIA ने पूर्व में प्रशांत बोस के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी। इस मामले में NIA अब अलग से प्रशांत बोस का रिमांड ले सकती है। इसके अलावा उसके खिलाफ अलग से केस दायर किया जा सकता है। फिलहाल वो और उसकी पत्नी 150 दिन की पुलिस रिमांड पर है।
अकेले झारखंड में बोस के खिलाफ 50 केस
झारखंड के DGP नीरज सिन्हा ने बताया है, “बोस की गिरफ्तारी सिर्फ झारखंड ही नहीं, बल्कि सभी नक्सल प्रभावित राज्यों के लिए ऐतिहासिक है। वह शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ है।’ उन्होंने बताया, “प्रशांत ने पूछताछ में माओवादी संगठन के बारे में महासागर जैसी सूचनाएं दी हैं। बोस पर झारखंड, बिहार समेत कई राज्यों में केस दर्ज है। अकेले झारखंड में प्रशांत बोस के खिलाफ 50 केस हैं।
बता दें, प्रशांत बोस उर्फ किशन दा उर्फ मनीष उर्फ बूढ़ा को 12 नवंबर को अरेस्ट किया गया था। पुलिस ने उसे कांड्रा-चौका रोड पर गितिलबेड़ा टोल प्लाजा पर पत्नी शीला के साथ गिरफ्तार किया था।
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