गरीब कल्याण योजना से 116 जिलों के प्रवासी मजदूरों को मिलेगा फायदा, पीएम मोदी ने लांच किया अभियान
देश में बढ़ते कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन किया गया था। इस लॉकडाउन से प्रवासी मजदूरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। हालांकि अब भारत सरकार इन मजदूरों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान लाई है। इस अभियान के तहत प्रवासी मजदूरों को गांव में ही अगले 125 दिन तक रोजगार उपलब्ध होगा। यानी वह मजदूर जो कोरोनावायरस के चलते अपने अपने गांव लौट गए थे उनको सरकार ने काम दिया है।
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान को लांच किया। जिसके तहत प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिलेगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 50000 करोड रुपए का इंतजाम किया है। इन मजदूरों को काम दिया जाएगा। इसकी दैनिक मजदूरी हाल ही में ₹182 से बढ़ाकर ₹200 कर दी गई है। यानी इन प्रवासी मजदूरों को अब पहले से ज्यादा वेतन मिल सकेगा। भारत सरकार पर लगातार दबाव बन रहा था कि प्रवासी मजदूर जो कि अपने अपने गांव में लौट रहे हैं उनके रोजगार का क्या होगा। ऐसे में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की गई और इस कॉल्ड लॉन्च देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
यह काम अगले 125 दिनों तक मजदूरों को दिया गया है। यह मजदूर अब 125 दिनों में ₹25250 कमा सकेंगे। ₹202 मजदूरी के हिसाब से अब यह मजदूर 125 दिनों में ₹25250 कमा सकेंगे। बता दें कि यह योजना देश के 6 राज्यों के 116 जिलों में लागू की जा रही है। इस योजना का औपचारिक उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी कल बिहार के खगड़िया जिले से कर रहे हैं। इस योजना के तहत श्रमिकों को उनके काम के हिसाब से 25 सरकारी योजनाओं में काम दिया जाएगा।
बता दें कि इस योजना के लिए किसी को आवेदन नहीं करना होगा। राज्य और केंद्र सरकार स्वयं इस योजना के लिए प्रवासी मजदूरों का चयन करेंगी। इस अभियान के तहत सरकार ने 6 राज्यों के 116 जिलों की पहचान की है। इन जिलों में करीब 67 लाख प्रवासी मजदूर वापस गए हैं। इन जिलों में बिहार के 32, उत्तर प्रदेश के 31, राजस्थान के 22, मध्य प्रदेश के 24, ओडिशा के चार और झारखंड के 3 जिले शामिल है।