इस भीषण गर्मी में देशभर में गहराया बिजली संकट, सप्लाई में 10.77 गीगावॉट की आई बड़ी कमी
इस भीषण गर्मी में देशभर में गहराया बिजली संकट, मई-जून में हालत हो सकती है ख़राब
लखनऊ: देशभर में कोयले की भारी कमी की वजह से बिजली का संकट गहराने लगा है. इस हफ्ते सोमवार को बिजली की कमी जहां 5.24 गीगावॉट थी, वही गुरुवार को यह बढ़कर 10.77 गीगावॉट हो गई. राष्ट्रीय ग्रिड परिचालक, पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन (पीओएसओसीओ) के ताजा आंकड़ों से पता चला है कि रविवार को बिजी समय में बिजली की कमी सिर्फ 2.64 गीगावॉट थी, जो सोमवार को 5.24 गीगावॉट, मंगलवार को 8.22 गीगावॉट, बुधवार को 10.29 गीगावॉट और गुरुवार को 10.77 गीगावॉट हो गई.
जानकारी के मुताबिक 29 अप्रैल, 2022 को अधिकतम पूरी की गई बिजली की मांग 207.11 गीगावॉट के सर्वकालिक उच्चस्तर को छू गई. इसके चलते शुक्रवार को बिजली की कमी घटकर 8.12 गीगावॉट रह गई. सबसे खास बात यह है कि देशभर में तेज गर्मी के बीच इस सप्ताह में बिजली की आपूर्ति तीन बार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है.
बिजली की लगातार बढ़ रही है मांग
बिजी समय में अधिकतम पूरी गई बिजली की मांग मंगलवार को रिकॉर्ड 201.65 गीगावॉट पर पहुंच गई. यह 7 जुलाई, 2021 को 200.53 गीगावॉट थी. गुरुवार को बिजली की अधिकतम मांग 204.65 गीगावॉट के रिकॉर्ड स्तर पर थी और शुक्रवार को यह 207.11 गीगावॉट के सर्वकालिक उच्च को छू गई. बुधवार को यह 200.65 गीगावॉट थी.
बता दें इस हफ्ते के शुरुआत में सोमवार को अधिकतम पूरी गई बिजली मांग 199.34 गीगावॉट थी. विशेषज्ञों का कहना है कि इन आंकड़ों से स्पष्ट पता चलता है कि बिजली की मांग में तेजी आई है और कुछ ही दिनों में इसकी वजह से देश में बिजली संकट काफी गहरा हो जाएगा. उनका कहना है कि केंद्र और राज्य सरकारों के नेतृत्व में सभी हितधारकों को ताप बिजलीघरों में कम कोयले के भंडार, परियोजनाओं पर रैक को तेजी से खाली करने और इनकी उपलब्धता बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए.
आने वाले दिनों में बिगड़ सकते हैं हालात
वहीं बिजली संकट के बारे में विशेषज्ञों ने कहा कि अभी गर्मी की शुरुआत में जब यह हाल है, तो मई और जून की स्थिति का अंदाजा लगा पाना काफी मुश्किल होगा. बिजली मंत्रालय ने कहा था कि मई-जून 2022 में बिजली की मांग करीब 215-220 गीगावॉट तक पहुंच सकती है.