आलू व्यापारी ने रची खुद के अपहरण की साजिश, फिर पुलिस ने किया ये काम
कुशीनगर. यूपी के कुशीनगर जिले में रहस्यमय स्थितियों में गायब हुए आलू व्यापारी को पटहेरवा थाने की पुलिस ने बरामद कर लिया है. आलू व्यापारी के गायब होने की जो कहानी सामने आई है वो हैरान करने वाली है. कर्ज से बचने के लिया व्यापारी ने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी. गायब होने के बाद वह बस्ती जाकर छिपकर रहने लगा था. खुद उसने अपनी बाइक को लावारिश हालत में छोड़कर और एक पत्र भेजकर परिजनों ने 10 लाख रुपए की फिरौती भी मांगा था. अपहरण के घटना की जांच कर रही पटहेरवा थाने की पुलिस ने खुलासा करते हुए खुद के अपहरण की साजिश रचने वाले व्यापारी मोहन कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया है.
पटहेरवा थाने के रकबा राजा निवासी मोहन कुशवाहा के परिजनों ने बीते 3 सितंबर को थाने में तहरीर देकर मोहन के गायब होने की जानकारी दी. परिजनों ने मोहन के अपहरण की आशंका भी जाहिर की थी. इसके पांच दिन बाद मोहन की बाइक लावारिस हालत में मिली जिसपर मोहन का अपहरण करने और 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने की बात लिखी गई थी. इसके बाद पटहेरवा थाने की पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज करते हुए छानबीन शुरू किया तो कुछ गड़बड़ लगा. सर्विलांस टीम ने गहन छानबीन किया तो मोहन की लोकेशन बस्ती में मिली.
इसके बाद पुलिस ने मोहन को बस्ती से एक घर से बरामद किया. पुलिस की पूछताछ में मोहन ने बताया की उसने कई लोगों से कर्ज ले रखा था जिसे देने में वह असमर्थ था इसलिए उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी. पुलिस ने मोहन कुशवाहा को पुलिस को गुमराह करने सहित कई धाराओं में जेल भेज दिया है. पुलिस अधिक्षक सचिंद्र पटेल ने बताया की अपहरण की आशंका के कारण स्वाट, सर्विलांस और एसओजी टीम को इसकी जांच के लिए लगाया गया था. जांच में ये बात सामने आई थी की मोहन का अपहरण नहीं हुआ बल्कि सारी कहानी फर्जी लगी. इसके बाद सक्रिय हुई टीम ने मोहन को बरामद कर लिया. खुद के अपहरण की साजिश रचने वाले मोहन को जेल भेजा जा रहा है.