टीकाकरण बढ़ाकर कोरोना वेव को रोकना संभव: अमित मोहन
देश भर में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी वेव के बढ़ते प्रभाव के चलते मामले बढ़ने की आशंका के बीच उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (एसीएस), चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग अमित मोहन प्रसाद ने टीकाकरण बढ़ाने के साथ अन्य सावधानियों के कड़ाई से पालन की जरूरत को रेखांकित किया है। यहां विकास भवन सभागार में श्री प्रसाद ने जनपद झांसी, ललितपुर में कोविड-19 के टीकाकरण एवं बढ़ते हुये कोरोना केस की बिन्दुवार समीक्षा करते हुये कहा कि झांसी गेट-वे है, यदि यहां कोरोना को नियंत्रित कर लेंगे तो राज्य पर सीधा असर होगा। सतर्कता बेहद जरुरी है अन्यथा केस तेजी से बढ़ सकते है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में लोगों से अपील करें कि आने वाले त्यौहारों में कोविड-19 के बचाव के तरीकों को अपनाये, भीड़ आदि न होने दें। उन्होंने लोगों को सख्ती से मास्क लगाये जाने के लिये प्रेरित करने के निर्देश दिये। पुलिस फोर्स, सफाई कर्मी व फ्रंटलाइन वर्कर जिन्होने टीके की दोनो डोज ले ली है, वह भी मास्क लगाते हुये कोविड की गाइडलाइन का पालन करना सुनिश्चित करें। अपर मुख्य सचिव ने समीक्षा के दौरान कहा कि कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे है। पंजाब, महाराष्ट्र, दिल्ली आदि राज्यों में जो बढ़ोत्तरी हो रही है उससे उत्तर प्रदेश में भी केस बढने की आशंका है। झांसी, उत्तर प्रदेश का गेट-वे है। दक्षिण भारत सहित अन्य राज्यों से लोग ट्रेन के माध्यम से यहां आते है तथा यहां आने वालों की टेस्टिंग और ट्रेसिंग यदि प्रभावी ढंग से कर ली तो काफी हद तक कोरोना वेव को रोका जा सकता है. लगभग एक वर्ष का अनुभव हो गया, इस बीमारी से लड़ने में सभी को जानकारी है कैसे बचा जा सकता है। उन्होने कहा कि 60 वर्ष से अधिक व 45 वर्ष कोमाॅरविड का अधिक से अधिक टीकाकरण करायें। जितनी तेजी से टीकाकरण होगा, उतनी तेजी से हम लोगों को सुरक्षित कर सकेगें, अतः टीकाकरण में तेजी लाये।
झांसी, ललितपुर जिलों की समीक्षा करते हुये एसीएस हैल्थ ने कहा कि कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग में तेजी लाये सभी की आरटीपीसीआर जांच अवश्य कराये, इसके अतिरिक्त एन्टीजन टेस्टिंग में भी तेजी लाये जाने के निर्देश दिये। दवाई और कड़ाई के साथ मास्क तथा दो गज दूरी भी जरुरी, इसका सख्ती से पालन हो। पुलिसफोर्स मास्क इन्फोर्समेन्ट पर फोकस करें। लोगों को जागरुक करें कि अब सरकारी अस्पतालों में बिना रजिस्ट्रेशन निशुल्क टीकाकरण कराये तथा निजी अस्पतालों में भी 250 रुपये फीस देकर टीकाकरण करवाया जा सकता है। उन्होने बताया कि पहले आयुष्मान भारत योजना से जुड़े अस्पताल में ही कोरोना टीका लगाया जा रहा था परन्तु अब सभी निजी अस्पतालों में यह सुविधा दी गयी है।
समीक्षा बैठक में एसीएम हैल्थ ने एसएसपी, सीडीओ तथा नगर आयुक्त से जानकारी ली कि कोरोना वेव को नियंत्रण करने के लिये क्या प्लान है ? एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि पुलिसफोर्स का वैक्सीनेशन हो गया है। ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में फोर्स भ्रमण करेगी, लोगों को मास्क लगाने के साथ दो गज की दूरी बनाये रखे तथा जागरुक करेंगे कि टीका अवश्य लगवाये। मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में गांव-गांव मुनादी के द्वारा कोरोना बचाव के लिए टीका लगवाये जाने की जानकरी देने के साथ ही प्रचार-प्रसार के माध्यम से जोर दिया जायेगा कि टीका अवश्य लगवाये। सर्विलांस का कार्य पुनः शुरु कर दिया जायेगा। नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय ने बताया कि हाउस टू हाउस सर्वे हो रहा है। शहर में 40 स्थानों पर पीएस लगे है, उनके माध्यम से टीकाकरण व बचाव की जानकारी दी जायेगी।
बैठक में जनपद झांसी व ललितपुर की चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों की बिन्दुवार समीक्षा की गयी। मण्डलीय परियोजना प्रबन्धक एनएचएम डा आनन्द चौबे ने चिकित्सकों की उपलब्धता की जानकारी देते हुये कहा कि सीएमओ के अधीन जिला चिकित्सालय व जिला महिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की कमी है जिससे कार्य प्रभावित हो रहे है। आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की प्रगति जनपद झांसी में अच्छी है जनपद 19वें स्थान पर है।
कोविड-19 टीकाकरण में हैल्थकेयर वर्कर्स को 91.34 प्रतिशत टीका लगाया जा चुका है। ऐसे वर्कर जो छूट गये है वह भी टीकाकरण करा लें उन्हें पुनः रजिस्ट्रेशन नही कराना होगा। हैल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टी की समीक्षा में जनपद ललितपुर में औषधि की उपलब्धता कम होने पर एसीएम हैल्थ ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो तथा उनका वितरण भी किया जाये।
समीक्षा बैठक में एनएचएम डा आनन्द चौबे ने ललितपुर व जालौन में पैथोलॉजिस्ट न होने से समस्या की जानकारी दी तथा रेडियोलॉजिस्ट ललितपुर में न होने पर सेवाओं पर असर पड़ रहा है। झांसी में मनोरोग चिकित्सक, ललितपुर में स्त्रीरोग विशेषज्ञ की कमी है। जालौन में भी रडियोलॉजिस्ट, सर्जन, फिजिशियन न होने से समस्या हो रही है। उन्होने झांसी में जिला महिला अस्पताल के लिये अलग जगह मांगी जिससे सही स्थान मिल सके।
समीक्षा बैठक में डॉ़ एन के जैन ने जनपद झांसी की जानकारी देते हुये बताया कि 10527 पॉजिटिव मरीज है जिससे 8472 कुल डिस्चार्ज किये जा चुके है। सक्रिय केस 48 तथा सीएफआर 1.6 प्रतिशत है, रिकवरी दर 97.89 प्रतिशत है। सर्विलांस लगातार किया जा रहा है। जनपद में सरकारी अस्पताल व 10 निजी अस्पतालों सहित 67 स्थानों पर टीकाकरण कराया जा रहा है। जनपद में कुल 11162 हैल्थ केयर वर्कर ने रजिस्ट्रेशन कराया जिसमें पहली डोज 9589 तथा दूसरी डोज 7343 ने ली है।
इस मौक पर जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी, एसएसपी दिनेश कुमार पी, मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार, नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, एडी हैल्थ डा अल्पना बरतारिया, सीएमओ डा जीके निगम, एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी, प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज डॉ़ नरेन्द्र सेंगर, डॉ़ अंशुल जैन सहित सीएमएस झांसी, समस्त एमओआईसी, अध्यक्ष नर्सिगहोम ऐसोसिएशन उपस्थित रहे।