अखिलेश के गढ़ में पोस्टर वार के जरिये शुरू हुई राजनीति, मुकदमा दर्ज
आजमगढ़। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक तरफ जहां महिला अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए आरोपियों की तस्वीरें चौक-चौराहों पर सार्वजनिक करने के प्रस्ताव रखा था।
इसी बीच सांसद अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में समाजवादी युवजनसभा ने आजमगढ़ शहर के प्रमुख मार्गो और चौराहों पर पोस्टर लगाया है। इस पोस्टर में भारतीय जनता पार्टी के वो नेता हैं जो कथित तौर पर यौन उत्पीड़न के घेरे में रहे हैं। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने सभी पोस्टरों को हटा दिया है और मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच में जुटी है।
सोमवार की सुबह करीब दस बजे लोगों ने शहर के कलेक्ट्रेट चौराहे के आस-पास नेताओं के यौन उत्पीड़न के पोस्टरों को चिपका देखा। पोस्टर में सबसे ऊपर लिखा है ‘मुख्यमंत्री के आदेश पर चौक-चौराहों पर लगा बालत्कारियों का फोटो और सबसे नीचे लिखा है लालजीत क्रान्तिकारी समाजवादी युवजन सभा उत्तर प्रदेश आजमगढ़’। बीच में कई भाजपा नेताओं के साथ ही बाबा राम रहिम की फोटो लगाई गयी है।
इसकी जानकारी लोगों ने पुलिस ने दिया। कई स्थानों पर पुलिस के जवान अभी पोस्टर को हटा ही रहे थे कि तभी पुरानी जेल के पास दिवालों पर पोस्टर लगने की जानकारी हुई। जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया। पुलिस ने पूरे जिले में लगे पोस्टरों की निगरानी में जुटी। एक दो अन्य स्थानों पर भी ऐसे पोस्टर मिले। पुलिस ने सभी पोस्टर को अपने कब्जे में ले लिया। चिपके पोस्टरों को फाड़ दिया है। पोस्टर वार के बाद जिले का राजनीतिक तापमान गर्म हो गया है।
वही समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश कार्यकारणी सदस्य लालजीत यादव क्रांतिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था अब बालात्कारियों के फोटो हर चौक चौराहे पर लगाये जायेंगे। इसी के तहत समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के लोगों ने भाजपा के बालात्कारी नेताओं के पोस्टर चौक चौराहे पर लगाया है।
वहीं पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि समाजवादी युवजन सभा के द्वारा कुछ आपत्तिजनक पोस्टर लगाये गये थे। जिन्हें हटा दिया गया है। इस मामले में सम्बन्धित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।