Political: पूर्व सीएम कल्याण सिंह के करीबी सपा में हुए शामिल, इस वजह से बीजेपी से थे नाराज
लोकसभा चुनाव से पहले सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी में सेंध लगा दी है। उन्होंने अपनी पार्टी में कल्याण सिंह के करीबियों को पार्टी में शामिल कर लिया है और भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका देने का काम किया।
दल बदलने का लगातार सिलसिला जारी
लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में एक पार्टी को छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला जोरो के साथ जारी है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल यही चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव में उनका सबसे अधिक सीटें मिल सके। वहीं समाजवादी पार्टी यूपी में सबसे अधिक सीटें लाने की कोशिश में जुटी हुई है। वही कासगंज में समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी में सेंध लगाने का काम कर दिया है। यहां कल्याण सिंह के करीबी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। पूर्व विधायक के पुत्र प्रवेंद्र राणा अपनी पत्नी के साथ भाजपा में शामिल हुए। इसमें एक और जिला पंचायत सदस्य शामिल हुए हैं जिन्हे सपा की रैली के दौरान जिला अध्यक्ष विक्रम यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने पार्टी के लिए काम करने की बात कही।
कल्याण सिंह की गरीबी बीजेपी से चल रहे थे नाराज
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के करीबियों ने समाजवादी पार्टी का दामन थामा है वह प्रवेंद्र राणा पूर्व विधायक नेतराम सिंह के पुत्र हैं। बताया जाता है कि 1993 में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह कासगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे तब पूर्व विधायक नेतराम सिंह ने कल्याण सिंह के लिए अपनी सीट को छोड़ दिया था। इस दौरान दोनों तरफ से रिश्तेदारी मजबूत हो गई थी लेकिन लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े होने के बाद दूध भी पूर्व विधायक नेतराम सिंह के परिवार के लोगों बीजेपी से कोई खास तबज्जो नहीं मिली। यहां नेतराम के पुत्रों ने टिकट के लिए बीजेपी से दावेदारी की लेकिन उनका टिकट नहीं मिला। जिसके बाद पूर्व विधायक के पुत्र प्रवेंद्र राणा अपनी पत्नी के साथ सपा में शामिल हों गए है। उन्होंने कहा कि लंबे समय के बावजूद भी मान सम्मान नहीं मिला है इसीलिए समाजवादी पार्टी में आया हूं। कल्याण सिंह के करीबियों के समाजवादी पार्टी में शामिल होने से अब यहां पर चुनाव से पहले सरगर्मीयां तेज हो गई हैं।