करौली में विधायक V/s एसपी:मीणा बोले- भ्रष्टाचारियों को पनाह दे रहे हैं SP,
दूसरे दो विधायक और कलेक्टर पुलिस अफसर के समर्थन में
कांग्रेस विधायक पीआर मीणा और करौली एसपी।
टोडाभीम से कांग्रेस विधायक पीआर मीणा के करौली एसपी मृदुल कच्छावा के खिलाफ मोर्चा खोलने से माहौल गरमा गया है। मीणा ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर कच्छावा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। सोशल मीडिया पर मीणा के खिलाफ कई लोगों आ गए हैं। दो विधायक और कई अफसर भी करौली एसपी के समर्थन में उतर आए हैं। इसमें धौलपुर के कलेक्टर भी हैं। उधर, करौली एसपी ने इस पूरे प्रकरण में चुप्पी साध रखी है।
विधायक ने एसपी की शिकायत करते हुए मुख्यमंत्री को 16 अक्टूबर को चिट्ठी लिखी। उन्होंने लिखा- करौली एसपी का व्यवहार और काम जनप्रतिनिधियों, आम जनता के प्रतिकूल है। एसपी के संरक्षण में भारी भ्रष्टाचार पनपने और थानों से मासिक बंधी सहित कई गंभीर आरोप लगाते हुए एसपी को हटाने की मांग की थी। इस मांग के बाद सोशल मीडिया में एसपी के समर्थन में मुहिम शुरू हो गई है। पीआर मीणा के खिलाफ कई लोगों ने तल्ख टिप्पणियां की हैं। बीजेपी कार्यकर्ता और विरोधी भी सक्रिय हो गए हैं। मीणा पायलट समर्थक माने जाते हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जमकर तारीफ की थी। हालांकि पायलट से भी वे बराबर मिलते रहते हैं।
धौलपुर कलेक्टर ने ट्वीट कर किया एसपी का समर्थन।
धौलपुर कलेक्टर ने ट्वीट कर करौली एसपी का समर्थन किया
धौलपुर कलेक्टर आरके जायसवाल ने ट्वीट करके एसपी का खुलकर समर्थन किया है। जायसवाल ने एसपी को टैग करके लिखा- सत्य प्रताड़ित हो सकता है; पराजित नहीं। सहज सरल व असाधारण प्रतिभा के धनी आईपीएस मृदुल कच्छावा।
एसपी के समर्थन में सोशल मीडिया पर मुहिम
कांग्रेस विधायक पीआर मीणा की चिट्ठी के बाद सोशल मीडिया पर एसपी कि समर्थन में मुहिम शुरू हो गई है। कई यूजर्स ने एसपी की कार्य शैली की तारीफ करते हुए विधायक के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। इस मुद्दे पर करौली की राजनीति गरमा गई है।
पीआर मीणा बोले- अब सीएम से मिलकर करूंगा एसपी को हटाने की मांग
विधायक पीआर मीणा ने कहा- एसपी ने मेरे इलाके में दागी पुलिसकर्मियों को लगाया। रात में महिला से बदतमीजी के आरोपी पुलिसकर्मी को वहां से नहीं हटाया। थानों से वसूली आम बात हो गई है। एसपी भ्रष्टाचार को पनाह दे रहे हैं। आज तक ऐसा भ्रष्टाचार नहीं देखा। मैं जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता से जुड़ा रहता हूं। जनता तो मुझसे ही कहेगी। इसीलिए मैंने सीएम को चिट्ठी लिखकर एसपी को हटाने की मांग की है। अब मैं सीएम से मिलकर भी मांग रखूंगा।
कॉन्स्टेबल और इंस्पेक्टर की पोस्टिंग का विवाद
विवाद की असली वजह टोडाभीम क्षेत्र में पुलिस कॉन्स्टेबल और सीआई की पोस्टिंग का विवाद बताया जा रहा है। मीणा एक इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल को हटवाना चाहते थे। एसपी ने उनका कहना नहीं माना। विधायक का आरोप है कि कॉन्स्टेबल ने उनके क्षेत्र की महिला से अभद्रता की और इससे जातीय संघर्ष की आशंका थी। इसके बावजूद उसे नहीं हटाया गया।
करौली एसपी का टिप्पणी से इनकार
पूरे विवाद में करौली एसपी मृदुल कच्छावा ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। एसपी खुद कुछ नहीं बोल रहे, लेकिन उनके समर्थन में सोशल मीडिया पर खूब लिखा जा रहा है। जिले के दो कांग्रेस विधायक भरोसीलाल जाटव और लाखन सिंह मीणा ने एसपी पर लगे आरोपों को गलत बताया है।
विधायक लाखन सिंह बोले- एसपी ईमानदार
बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए करौली विधायक लाखन सिंह मीणा ने एसपी का समर्थन करते हुए पीआर मीणा पर तंज कसा है। लाखन सिंह ने कहा- करौली एसपी यंग और ईमानदार हैं। हमें जनता से कभी एसपी के बारे में कोई शिकायत नहीं मिली और न हमें अहसास हुआ। आम आदमी ने कभी हमसे एसपी के बारे में शिकायत नहीं की। मेरी निगाह में एसपी बढ़िया हैं। मीणा अच्छे आदमी हैं, होश में अच्छी बात करते हैं। वे शाम को मदहोश होकर कुछ भी कह सकते हैं। वहीं करौली एसपी को लेकर हिंडौन विधायक भरोसीलाल जाटव ने कहा कि हमारे एसपी बहुत बढ़िया हैं। उनसे कोई शिकायत नहीं है।
अफसर-नेता विवाद कई जगह
सरकार में विधायकों की सिफारिश पर उनके क्षेत्र में तबादले होते हैं। डिजायर सिस्टम कई बार विधायकों-अफसरों में टकराव का कारण बनता है। विधायक कई बार ब्यूरोक्रेसी हावी होने के आरोप लगाते रहते हैं। असली विवाद की वजह इलाके में वर्चस्व की लड़ाई भी है। प्रदेश के कई इलाकों में नेताओं और अफसरों के बीच टकराव की बातें आम चुकी हैं।
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