अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता के ठिकानों पर पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी
प्रयागराज –उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ के कई कोशिशों के बाद भी अतिक अहमद की पत्नी शाइस्ता तक पहुंचने में अभी कामयाबी नहीं मिली। पहले पुलिस को उम्मीद थी कि बेटे असद के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद वह सामने आएंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ ।फिर जब अतीक अहमद और अशरफ कि हत्या कर दी गई, तो लगा कि अब शाइस्ता सामने आएंगी लेकिन हर बार की तरह इस बार भी जनाजे में शामिल नहीं हुई।अगर आप के मन में भी सवाल उठ रहा है कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं तो आपको बता दें कि देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी के मुताबिक इस्लाम के अंदर अगर किसी औरत का पति मर जाता है तो उसके मरने के बाद उस औरत को इद्दत करना जरूरी होता है। दरअसल शाइस्ता परवीन उमेश पालहत्याकांड में आरोपी है और इस वक्त फरार है।
पहले उन पर 25 हजार का ईनाम था जिसे बाद में बढ़ाकर 5 लाख कर दिया गया था।अब देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी कहते हैं कि शरीयत के अंदर यह है कि अगर किसी औरत के पति का इंतकाल हो जाए तो इस सूरत में उस औरत को इददत करनी जरूरी होती है ।उसको चाहिए कि इस सूरत में इददत करें। देखिए कोई भी सूरते हाल उसके साथ में होती है अगर वह चाहे पुलिस कस्टडी में हो या पुलिस उसके पीछे हो वह कहीं पर भी अपनी इददत का वक्त गुजार सकती है चाहे वह पुलिस कस्टडी में हो अपने घर पर हो या अपने रिश्तेदारों के यहां हो कहीं भी हो उसको इददत करनी जरूरी होती है।
अब ये इद्दत है क्या और कैसे इस्लाम में इसे करना जरूरी होता है। लेकिन प्रयागराज कांड के प्रकरण में नामजद होते ही वह ऐसा अंडर ग्राउंड हुई तब से उनकी कोई खबर नहीं है। माना जा रहा है कि किसी एक सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचने के बाद शाइस्ता ने ना किसी तरह की हलचल किया है ना ही किसी से संपर्क किया है ।जबकि शाइस्ता के लखनऊ मेरठ दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस ने शाइस्ता के 25 से ज्यादा ठिकानों पर छापा मार चुकी है। लेकिन हर बार खाली हाथ पुलिस को वापस लौटना पड़ा है। आपको बताते चलें 1972 में जन्मी शाइस्ता ग्रेजुएट है ,शाइस्ता ने उमेश पाल मर्डर की साजिश में अधिक से जुड़े हर उस व्यक्ति को शामिल किया जो कहीं भी कुछ काम आ सकता था।
जानकारी के मुताबिक अतीक वह अशरफ के जेल में रहने के दौरान शाइस्ता जमीन के जुड़े धंधे को खुद ही संभाला करती थी। लेकिन उनके फरारी काटने के बाद अब एक बात तो साफ हो गई कि ,आखिर वह अपने आप को कब पुलिस के सामने सरेंडर करेंगी ये इंतजार का विषय है। और इंतजार चल रहा है पुलिस को आज भी शाइस्ता की तलाश है।