भोपाल: चौराहे के नाम को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष, युवक की मौत के बाद दर्ज हुई एफआईआर
भोपाल। दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष के मामले में पुलिस ने एक युवक की मौत के बाद गुरुवार तड़के करीब 04 बजे एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत 15 लोगों पर बलवा सहित 6 धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई है साथ ही क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
घटना की जानकारी देते हुए एएसपी दिनेश कौशल ने बताया कि बुधवार रात करीब 9 बजे पाल समाज की तरफ से डोबरा गांव की एक सड़क पर बोर्ड लगा दिया गया। इसको लेकर मीणा समाज ने विरोध जताया और वहां करीब 100 से ज्यादा लोग जमा हो गए। पहले तो दोनों पक्षों में कहासुनी हो रही थी, फिर वह मारपीट में बदल गई। देखते ही देखते दोनों पक्ष भिड़ गए और लाठी-डंडों से एक दूसरे पर हमला कर दिया। इसी दौरान एक व्यक्ति ने बंदूक लाकर फायर करना शुरू कर दिया। 12 बोर की बंदूक से गोली चलने से कई लोगों को छर्रे लगे। इनमें से एक 22 वर्षीय युवक शुभम मीणा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 45 साल के करण मीणा छर्रे लगने से गंभीर रूप से घायल बताए गए हैं। इसके अलावा 6 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती किया गया।
इधर, पुलिस ने संतोष मीणा की शिकायत पर संजय पाल, निर्मल पाल, प्रदीप, नरेश, शुभम, सुरेश, जनक सिंह, बद्री प्रसाद, स्वप्नेश, निर्भय सिंह, मल्लू सौदान सिंह, राजेश, नर्मदा प्रसाद, लखन, विनोद, सोहनलाल और बंतीबाई पर हत्या के प्रयास, मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी और बलवा समेत 6 से ज्यादा धाराओं में एफआईआर की है।
तीन थानों की पुलिस ने संभाला मोर्चा
डोबरा गांव में झगड़ा रात करीब 9:30 बजे शुरू हुआ था। सूचना मिलते ही ईंटखेड़ी, बैरसिया और गांधीनगर थाना क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंच गई। देर रात तक पुलिस घायलों को अस्पताल पहुंचाती रही। पुलिस कंट्रोल रूम से भी अतिरिक्त बल भेजा गया। शुभम का शव पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने तड़के करीब 4 बजे मामले में एफआईआर की और आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी।