पुलिस ने गैंगस्टर गोगी गैंग के दो शातिर बदमाशों को किया गिरफ्तार
पुलिस टीम ने गैंगस्टर गोगी गैंग के दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों का नाम अभिषेक उर्फ अमित उर्फ मित्ता और नवीन उर्फ शनिचर हैं. स्पेशल सेल लोधी रोड जोन के डीसीपी राजीव रंजन,एसीपी ललित मोहन नेगी, एसीपी हृदय भूषण के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रविन्द्र कुमार त्यागी, अजीत सिंह की टीम ने इन दोनों बदमाशों को कई हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है.
स्पेशल सेल के द्वारा पूछताछ के दौरान दोनों बदमाशों ने इस बात को कबूला है कि जेल में कैद कई गैंगस्टर के संपर्क में वो दोनों रहे हैं और मेडिकल जांच के दौरान कर्मबीर उर्फ काजू नाम के एक गैंगस्टर को भगाने की प्लानिंग रची गई थी. स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ये दोनों शातिर बदमाश दिल्ली समेत एनसीआर में कैद कई गैंगस्टर से संपर्क में थे लेकिन किस तरह से संपर्क में थे इसका पता लगाया जा रहा है.
स्पेशल सेल द्वारा हुई पूछताछ के दौरान अमित उर्फ मित्ता ने इस बात को भी कबूला है कि वो गोगी गैंग और कर्मवीर यानी काजू गैंग के कई गैंगस्टर के संपर्क में था. इसके साथ ही जब किसी गैंगस्टर को कोर्ट की सुनवाई के दौरान कोर्ट में लाया जाता रहा है उस वक्त वो कोर्ट परिसर में अपने गुर्गो के माध्यम से अपने संदेश पहुंचा देता रहा है और जरूरत पड़ने पर कोर्ट के आसपास पहुंचकर अपने संदेश संबंधित गैंगस्टर को दे देता था. हालांकि कौन-कौन इन दोनों के संपर्क सूत्र थे और किस तरह से कई तरह के साजिश में जुटे हुए थे, इन मामलों की पड़ताल दिल्ली पुलिस की टीम के द्वारा की जा रही है .
स्पेशल सेल के अधिकारी के मुताबिक ये गोगी गैंग के दोनों बदमाशों और उसके गुर्गों के द्वारा दिल्ली पुलिस के खिलाफ एक बड़ी साजिश रची गई थी. साजिश की अगर बात करें तो इन दोनों गिरफ्तार आरोपियों ने गोगी गैंग के ही शिवम और मंजीत के साथ मिलकर दिल्ली पुलिस के ऊपर हमला करके पुलिस की कस्टडी से कर्मबीर उर्फ काजू नाम के बदमाश को छुड़ाने की साजिश रची थी. इस साजिश के लिए दिल्ली के रोहिणी इलाके में स्थित बीएसए अस्पताल का चयन कर लिया गया था, जहां अक्सर कर्मबीर उर्फ काजू को पुलिस की टीम मेडिकल कराने लेकर आती है.
साजिश के मुताबिक उसी वक्त अस्पताल में ही पुलिस की टीम पर हमला करके पुलिस की हिरासत से कर्मवीर को लेकर भागने की प्लानिंग की गई थी. हालांकि इस ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले ही स्पेशल सेल की टीम ने पूरे साजिश को बेनकाब कर दिया.