बिहार में जहरीली शराब से अब तक 35 मौत:गोपालगंज में 18 और बेतिया में 17 की जान गई
दो थानेदार व चौकीदार सस्पेंड
बिहार के दो जिलों में तीन दिन में जहरीली शराब से 35 लोगों की मौत हो चुकी है। 11 की हालत गंभीर है। मरने वालों में 18 गोपालगंज के रहने वाले थे। यहां 7 लोगों की हालत गंभीर है। इनमें 3 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। पश्चिम चंपारण में 17 मौतें हुई हैं। यहां 4 लोगों की हालत गंभीर है।तीन का इलाज GMCH में चल रहा है।
अभी तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आने के कारण प्रशासन इन्हें संदिग्ध मौत मान रहा है। DM शराब पीने से मौत होने की पुष्टि नहीं कर रहे हैं, लेकिन मृतकों के परिजनों का कहना है कि शराब पीने के बाद ही तबीयत बिगड़ी और बाद में मौत हो गई।
इस मामले में गोपालगंज SP आनंद कुमार ने महम्मदपुर थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार और एक चौकीदार को सस्पेंड किया है, वहीं पश्चिम चंपारण के नौतन थानेदार और चौकीदार को भी सस्पेंड किया गया है।
उत्पाद विभाग और जिला प्रशासन की टीम इलाके में छापेमारी कर रही है। गोपालगंज में 3 घरों को सील किया गया है, जबकि चार धंधेबाज तुरहा टोले के छोटेलाल साह, अशोक शर्मा, रामप्रवेश साह और जितेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है। गोपालगंज प्रशासन ने 11 शवों का पोस्टमॉर्टम कराया है, जबकि सूत्रों की मानें तो अन्य 7 मृतकों के परिजनों ने प्रशासन को सूचना दिए बिना ही दाह-संस्कार करा दिया।
यह है पूरा मामला
गोपालगंज के महम्मदपुर थाने के कुशहर तुरहा टोले और दलित बस्ती में मंगलवार की शाम दो दर्जन लोगों ने जहरीली शराब पी थी। पाउच की शराब पीने के बाद हालत बिगड़ने लगी। पेट में जलन और मुंह से झाग आने के बाद परिजनों ने आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल और सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बुधवार को 10 लोगों की मौत हो गई वहीं गुरुवार को अन्य लोगों ने दम तोड़ दिया। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हो गई।
गोपालगंज में मामले की जांच करती पुलिस।
पश्चिम चंपारण में बुधवार शाम कुछ लोगों ने गांव में देसी चुल्हाई शराब पी थी। देर रात तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती करवाया। इनमें से 17 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। DM कुंदन कुमार का कहना है कि मामला संदिग्ध लग रहा है। मेडिकल टीम भेजकर जांच करवाई जा रही है।
शराबकांड पर राजनीति शुरू
जहरीली से हुई मौत मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई। मृतक के परिजनों से मिलने विभिन्न पार्टी के नेता पहुंचने लगे हैं। साथ ही पीड़ित परिजनों को सांत्वना देकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
मंत्री जनक राम पीड़ितों से मिले, कहा- साजिश के तहत पिलाई गई थी शराब
राज्य सरकार के खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि मरने वाले सभी दलित परिवार के सदस्य हैं, जिन्हें साजिश के तहत जहरीली शराब पिलाई गई है। मंत्री ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराने का आश्वासन परिजनों को दिया। वहीं जिला प्रशासन को बीमार लोगों का बेहतर इलाज करने की बात कही।
महम्मदपुर में इनकी हुई संदिग्ध मौत
मरने वालों का नामपताछोटे लाल सोनी (50)रसौली-मसरख, छपराचुन्नू पांडेय (38)बुचेया, सिधवलियाधर्मेंद्र राम (20)कुशहर, महम्मदपुररमेश राम (45)मंगोलपुर, महम्मदपुरसंतोष गुप्ता (38)महम्मदपुर, गोपालगंजछोटेलाल कुशवाहा (30)महम्मदपुर, गोपालगंजमुकेश राम (30)महम्मदपुर, गोपालगंजरामबाबू राय (40)महम्मदपुर, गोपालगंजमोहन राम (48)लोहिजरा, महम्मदपुरयोगेंद्र राम (40)बुचेया, सिधवलियादुर्गा शर्मा (42)बलरा, सिधवलियाज्ञानचंद राम (36)हकाम, महम्मदपुरराजमोहन राम (43)हकाम, महम्मदपुरइंद्रजीत राम (30)मंगोलपुर, महम्मदपुरचन्द्रमा राम (50)मंगोलपुर, महम्मदपुरबलिराम राम (35)मंगोलपुर, महम्मदपुरसूरज राम (30)मंगोलपुर, महम्मदपुरनीरज मांझी (27)झंझवा, सिधवलिया
हॉस्पिटल में इनका इलाज चल रहा है
बीमार का नामपतापप्पू साहमहम्मदपुर, गोपालगंज (आंख की रोशनी गई)भोला रामकुशहर, महम्मदपुर (आंख की रोशनी गई)धर्मेंद्र मिश्रमहम्मदपुर, गोपालगंजधनु राममहम्मदपुर, गोपालगंजमनोरंजन सिंहमहम्मदपुर, गोपालगंज (आंख की रोशनी गायब)देवेंद्र राममहम्मदपुर, गोपालगंजरामानंद रामरामानंद राम
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