पीएम मोदी का US दौरे आज खत्म, जानें अब तक की खास बातें
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिनों के दौरे पर अमेरिका पहुंचे हैं. उन्होंने शुक्रवार को हुई क्वाड समूह की बैठक में हिस्सा लिया. इससे पहले उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत क्वाड समूह के अन्य सदस्य देशों के प्रमुखों से द्विपक्षीय वार्ता की थी. इस दौरान वे अमेरिका की पहली महिला उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मिले. दोनों नेताओं के बीच कोविड-19, आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई.
गुरुवार 23 सितंबर से शुरू हुए पीएम मोदी के दौरे का आज आखिरी दिन है. पहले दिन उन्होंने विश्व की 5 दिग्गज कंपनियों क्वालकॉम, अडोबी, फर्स्ट सोलर, जनरल एटॉमिक्स और ब्लैकस्टोन के CEOs के साथ मुलाकात की थी. कहा जा रहा है कि इन बैठकों को भारत में अंतरराष्ट्रीय निवेश के लिहाज से अहम माना जा रहा है.
पीएम मोदी के दौरे की खास बातें-
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बाइडन से कहा, ‘इस दशक को आकार देने का काम प्रतिभा और लोगों से लोगों का जुड़ाव करेगा. मुझे इस बात की खुशी है कि अमेरिका की प्रगति में भारतीय प्रवासी काफी योगदान दे रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘आज की द्विपक्षीय बैठक अहम है.
हम इस सदी के तीसरे दशक की शुरुआत में मिल रहे हैं. यह दशक कैसे आकर लेगा, इसमें आपका नेतृत्व निश्चित रूप से जरूरी भूमिका अदा करेगा. भारत और अमेरिका के बीच और मजबूत दोस्ती के लिए बीज रोप दिए गए हैं.’
बाइडन ने कहा, ‘भारत और अमेरिका के बीच संबंध मजबूत होना तय है. हमें इस बारे में और जानकारी जुटानी चाहिए कि कोविड-19, जलवायु चुनौती और सुरक्षित हिंद-प्रशांत के लिए और क्या कर सकते हैं. लोकतांत्रिक मूल्यों, विविधता के लिए संयुक्त प्रतिबद्धता, अहिंसा और सहिष्णुता का सम्मान आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं.’
पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से पहली बार व्यक्तिगत रूप से आयोजित किए गए क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी के प्रधानमंत्री योशिहिडे सुगा ने भी बैठक में हिस्सा लिया. क्वाड समूह का मुख्य मकसद चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बेहतर करना है.
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे चारों राष्ट्र हिंद प्रशांत क्षेत्र की मदद के लिए 2004 की सुनामी के बाद पहली बार मिले हैं. आज दुनिया कोविड-19 महामारी से लड़ रही है. हम मानवता के कल्याण के लिए यहां एक बार फिर क्वाड के रूप में आए हैं.’
ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका हिंद प्रशांत, जलवायु परिवर्तन और कोविड के अलावा अंतरिक्ष पर काम के लिए नए कार्य समूह, सप्लाई चेन इनिशिएटिव और 5जी की घोषणा करेंगे.
मोदी, 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से सातवीं बार अमेरिका की यात्रा कर रहे हैं. बाइडन के साथ शुक्रवार को हुई बैठक को ‘महत्वपूर्ण’ करार देते हुए मोदी ने कहा कि वे इस शताब्दी के तीसरे दशक में मिल रहे हैं.
चीन की स्थिति से निपटने के लिए वॉशिंगटन जिन तीन समूहों का नेतृत्व करता है, उनमें से क्वाड भी एक है. इसके अलावा खुफिया जानकारी साझा करने का एक गठबंधन ‘फाइव आईज’ है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल है. इसके अलावा इन समूहों में AUKUS का नाम भी है.
बाइडन से मुलाकात से पहले पीएम मोदी ने उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस से चर्चा की थी. उस दौरान हैरिस ने आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का जिक्र किया था. साथ ही उन्होंने इस्लामाबाद को इसपर कदम उठान के लिए कहा था, ताकि यह अमेरिका औऱ भारत की सुरक्षा को प्रभाव न करे.
हैरिस से मिलने से पहले पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन से बुधवार को मुलाकात की थी. गुरुवार को वे जापान के पीएम योशिहिडा सुगा से मिले. बीते साल सितंबर में शिंजो आबे के जाने के बाद जापान की सत्ता संभालने वाले पीएम सुगा से मोदी की यह पहली व्यक्तिगत मुलाकात थी.
पीएम मोदी का अमेरिका की तीन दिनों का दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन के साथ खत्म होगा. इस दौरान वे महामारी, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और अन्य वैश्विक मुद्दों पर बात करेंगे.