100 साल की उम्र में पीएम मोदी की मां का हुआ निधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी के निधन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन मोदी का 100 साल की उम्र में निधन हुआ। वो कुछ दिन पहले बीमार हुई थी और अस्पताल में भर्ती कराई। उस दिन भी प्रधानमंत्री ने उनका हाल चाल जानने के लिए अस्पताल का दौरा किया था। करीब घंटे भर तक साथ रहे और वापस दिल्ली आ गए थे।
अपनी मां के निधन पर स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट किया और लिखा कि शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन मोदी के निधन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया। उन्होंने लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताश्री हीरा बा के निधन से मुझे गहरी वेदना हुई है। एक माँ का निधन किसी भी व्यक्ति के जीवन में ऐसी शून्यता लाता है, जिसकी भरपाई असंभव है।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi की माताश्री, हीरा बा के निधन से मुझे गहरी वेदना हुई है। एक माँ का निधन किसी भी व्यक्ति के जीवन में ऐसी शून्यता लाता है, जिसकी भरपाई असंभव है। दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्रीजी और उनके पूरे परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति!
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 30, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन मोदी के निधन पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने दुख जताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी के निधन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताया।
भक्ति, तपस्या और कर्म की त्रिवेणी, @narendramodi जी जैसे महान व्यक्तित्व को गढ़ने वाली माँ के चरणों में सादर प्रणाम। पूज्य माँ सदैव प्रेरणा बनी रहेगी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 30, 2022
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन की बुधवार को तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।100 की उम्र के बावजूद वह काफी सक्रिय रहती थीं। इस उम्र में भी अपना काम वह खुद निपटाने की कोशिश करती थीं।
पीएम मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी ने एक साक्षात्कार में बताया था कि मां हीराबा सभी तरह के घरेलू उपचार जानती थीं। वडनगर के छोटे बच्चों और महिलाओं का इलाज करती थीं। कई महिलाएं अपनी परेशानी दूसरों को बताने के बजाय हीराबा को बताती थीं। मेरी मां जरूर अनपढ़ थीं लेकिन पूरा गांव उन्हें डॉक्टर कहता था।